डेरा प्रमुख पर फैसले से पहले पंचकूला में कर्फ्यू जैसे हालात, सड़कों पर पसरा सन्नाटा
कई सेक्टरों में कर्फ्यू जैसे हालात दिखे। शहर में सड़कें सुनसान रही। रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों ने गलियों के एंट्री गेट बंद रखे और सरकारी व गैर सरकारी दफ्तरों पर भी ताले दिखे।
जेएनएन, पंचकूला। फैसले की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, पंचकूला में रहने वाले लोगों की धड़कनें बढ़ती जा रही हैं। शहर में वीरवार को कई सेक्टरों में कर्फ्यू जैसे हालात दिखे। वीरवार को शहर में सड़कें सुनसान रही। रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों ने गलियों के एंट्री गेट बंद रखे, बैंक और सरकारी व गैर सरकारी दफ्तरों पर भी ताले दिखे। अब शुक्रवार को पूरा जिला पुलिस एवं पैरामिलिट्री फोर्स के कब्जे में होगा।
दैनिक जागरण की टीम ने वीरवार को शहर का दौरा किया तो हालात काफी नाजुक मिले। लोगों में भय है कि 25 अगस्त का दिन किसी तरह शांतिपूर्वक निकल जाए। कुछ लोग तो घरों को ताला लगाकर हिमाचल की ओर चार दिन की छुट्टियां मनाने निकल गए हैं। कोर्ट परिसर के आसपास के सेक्टरों के लोग ज्यादा चिंतित नजर आ रहे हैं। सेक्टर-1 और 2 को जाने वाले सभी रास्तों को पूरी तरह सील किया गया है।
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बी और सी रोड के गेट बंद
हमारी टीम ने सेक्टर-6 में दौरे के दौरान पाया कि बी और सी रोड पर आरडब्ल्यूए द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से जो गेट रात के समय में बंद किए जाते हैं, वह दिन में भी बंद रखे गए थे। सिक्योरिटी गार्ड तैनात दिखे। सिर्फ यहां के बाशिंदों को ही अंदर जाने दिया जा रहा है।
डेरा प्रमुख पर फैसले से एक दिन पहले सड़क पर पसरा सन्नाटा।
बैंक और ज्वेलरी शॉप बंद
शहर में बैंकों और ज्वेलरी की दुकानें पूरी तरह बंद रही। कुछ लोगों को जानकारी नहीं थी कि बैंक बंद रहेंगे, वह पैसे निकलवाने के लिए पहुंचे फिर खाली हाथ लौटे। सेक्टर-14 स्थित पीसी ज्वेलर्स सहित अन्य की दुकानें बंद रहीं। शहर के सिनेमा हॉल भी बंद थे। सेक्टर-5 स्थित राजहंस सिनेमा के मुख्य दरवाजे पर लकड़ी की शीट लगाकर शीशों को कवर कर रखा था और तीन सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया गया था। यहां दो दिन कोई फिल्म नहीं चलेगी।
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नहीं चली कोई बस
वीरवार को बस स्टैंड से कोई भी बस नहीं चली। इंटरसिटी और दूसरे राज्यों को जाने वाली सभी बसें बंद रहीं। बस स्टैंड पर ऐसे लग रहा था कि हरियाणा रोडवेज की हड़ताल हो। सेक्टर-2, 4, 8 सहित सभी सरकारी कार्यालयों में ताला लगा हुआ था।
घरों में कैद रहे लोग
सेक्टर-2, 4, 21 में रहने वाले लोग इस समय बहुत ही ज्यादा दहशत में है। डेरा प्रेमी सबसे ज्यादा इन्हीं सेक्टरों में हैं। ऐसे में यदि उपद्रव हुआ तो सबसे ज्यादा नुकसान इन्हीं सेक्टरों में होगा। सेक्टर-4 वासी कुसुम गुप्ता ने बताया कि पिछले पांच दिनों से हमारे सेक्टर में दहशत जैसी स्थिति है।
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