पंचकूला में नामी स्वीट्स शाॅप में मिठाई में निकला कीड़ा, अब दीपावली पर मिलावटखोरों की खैर नहीं, खराब गुणवत्ता पर लाइसेंस होगा रद
दीपावली के मौके पर पंचकूला प्रशासन मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त हो गया है। मिठाई की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें मिलने पर उपायुक्त ने विक्रेताओं को चेतावनी दी है। शहर की प्रतिष्ठित दुकानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए गए। मिलावट पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों से भी खरीदारी करते समय सावधानी बरतने की अपील की गई है। मिलावट करने वालों पर जुर्माना और लाइसेंस रद करने की चेतावनी दी गई है।

घटिया मिठाई बेचने वालों पर चलेगा प्रशासन का डंडा। दी सख्त चेतावनी।
जागरण संवाददाता, पंचकूला। दीपावली के अवसर पर मिठाई की गुणवत्ता को लेकर प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। शहर की कई प्रतिष्ठित मिठाई दुकानों से लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर उपायुक्त सतपाल शर्मा ने मिठाई विक्रेताओं को बुलाकर स्पष्ट चेतावनी दी है कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लाइसेंस भी रद किया जाएगा। हाल ही में सेक्टर-8 की एक प्रसिद्ध स्वीट्स शॉप में मिठाई से कीड़ा निकलने की घटना ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
उपायुक्त ने लघु सचिवालय सभागार में पंचकूला के प्रमुख मिठाई विक्रेताओं की बैठक बुलाई, जिसमें गोपाल स्वीट्स, अनुपम स्वीट्स, सिंधी स्वीट्स और रौनक स्वीट्स के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस बैठक में उन्होंने सभी विक्रेताओं को निर्देशित किया कि खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और दुकानों की स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। निरीक्षण के दौरान मिठाइयों, दूध उत्पादों, मावा, घी, ड्राई फ्रूट और चॉकलेट के नमूने लिए जाएंगे, जिनकी गुणवत्ता की जांच प्रयोगशालाओं में की जाएगी। यदि किसी नमूने में मिलावट या घटिया गुणवत्ता पाई गई तो संबंधित दुकान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि त्योहारों के दौरान मिठाई की मांग में तेजी आती है, जिससे कुछ विक्रेता लाभ कमाने के लालच में मिलावट या पुरानी सामग्री का उपयोग करने लगते हैं। ऐसे मामलों पर प्रशासन ने सख्त नजर रखने का निर्णय लिया है। जिला प्रशासन ने विशेष निगरानी टीमें गठित की हैं, जो शहर के मिठाई विक्रेताओं, रेस्टोरेंट्स और खाद्य प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण करेंगी।
उन्होंने विक्रेताओं को निर्देश दिया कि वे केवल मांग के अनुसार मिठाइयां तैयार करें और उन्हें लंबे समय तक स्टोर न करें। सभी उत्पादों पर निर्माण तिथि और उपयोग की अंतिम तिथि स्पष्ट रूप से प्रदर्शित की जानी चाहिए। दुकानों और रसोईघर में स्वच्छता बनाए रखना, स्टाफ का दस्ताने और कैप पहनना तथा सामग्री की शुद्धता सुनिश्चित करना अनिवार्य किया गया है।
उपायुक्त ने नागरिकों से भी अपील की कि वे दीपावली पर मिठाइयां या अन्य खाद्य सामग्री खरीदते समय निर्माण तिथि, समाप्ति तिथि, गुणवत्ता और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता सजग रहें, ताकि किसी प्रकार की मिलावट या खराब खाद्य सामग्री से बचा जा सके।
उपायुक्त ने दुकानदारों को सख्त चेतावनी दी कि मिलावट का दौर अब खत्म होना चाहिए। प्रशासन के अधिकारी बाजारों में सक्रिय रहेंगे और किसी भी शिकायत पर तुरंत जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर न केवल जुर्माना लगाया जाएगा, बल्कि लाइसेंस भी रद किया जा सकता है।
इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, एसडीएम पंचकूला चन्द्रकांत कटारिया, एसडीएम कालका संयम गर्ग, नगराधीश जागृति, और खाद्य सुरक्षा अधिकारी डाॅ. आजाद भी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन नागरिकों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
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