हरियाणा में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस नेता की हार पर रार बरकरार, पार्टी नेताओं की रिपोर्ट पर हाईकमान बेपरवाह
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव हारने पर कांग्रेस में रार बरकरार है। हालांकि हाईकमान पार्टी नेताओं की रिपोर्ट से संतुष्ट नजर आ गया है। वहीं क्रास वोटिंग करने वाले कुलदीप बिश्नोई पर भी घमासान मचा हुआ है। उदयभान का कहना है कि कुलदीप कोई जनाधार नहीं है।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के दौरान अपना वोट रद कराने वाले कांग्रेस विधायक का नाम जानने में पार्टी हाईकमान को अब खास रुचि नहीं है। कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन और पार्टी पर्यवेक्षक राजीव शुक्ला की रिपोर्ट में हार के कारणों से पार्टी हाईकमान संतुष्ट नजर आ रहा है, इसीलिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने अपनी रिपोर्ट हाईकमान को भेजने का इरादा बदल लिया है।
पार्टी प्रभारी विवेक बंसल को भी हालांकि इस प्रकरण में अपनी रिपोर्ट देनी है, लेकिन उनकी रिपोर्ट पर किसी विधायक के विरुद्ध हाईकमान कार्रवाई का साहस कर पाएगा, इसकी संभावना नजर नहीं आ रही है।
कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल पहले ही आरोप लगा चुके हैं कि उन्हें कुछ लोग अनावश्यक घेर रहे हैैं, जबकि राज्यसभा चुनाव में वोट रद कराने वाले विधायक का नाम सब जानते हैं। सूत्रों के अनुसार इस विधायक का नाम विवेक बंसल को भी पता था, लेकिन उन्होंने उसका नाम शुरू में ही इसलिए उजागर नहीं किया कि कहीं बाकी कांग्रेस विधायक क्रास वोटिंग न करने लग जाएं।
वोट रद कराने वाला विधायक कौन है, इसे लेकर सिर्फ अनुमान लगाए जा रहे हैं। इस विधायक के नाम को लेकर हुड्डा विरोधी खेमा हुड्डा पर हमलावर है तो हुड्डा समर्थक मैदान में बचे अपने विरोधियों को निशाने पर ले रहे हैं।
कांग्रेस हाईकमान भी इस विधायक का नाम सार्वजनिक कर अब पार्टी की रार को अधिक बढ़ाने के मूड में नहीं है, लेकिन क्रास वोटिंग करने वाले कुलदीप बिश्नोई पर जरूर हुड्डा खेमा पूरी तरह से हमलावर है।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कुलदीप बिश्नोई पर जिस तरह से खुला हमला बोला है, उससे हुड्डा खेमा यह जताने की कोशिश कर रहा है कि यदि देर-सबेर कुलदीप भाजपा में जाते हैं तो कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
उदयभान का कहना है कि कुलदीप जीरो हैं। उनका कोई वोट बैंक नहीं है। वह लोगों से मिलते तक नहीं। अपने बेटे को लोकसभा चुनाव जिताने में उनके पसीने आ गए थे, लेकिन वह जमानत भी नहीं बचा पाए।
आदमपुर में भी कुलदीप का बेटा चुनाव हार गया था। अपनी खुद की सीट आदमपुर में जीतने के लिए कुलदीप ने चार अन्य सीटों पर भाजपा का समर्थन किया। तब कहीं जाकर उनकी राजनीतिक लाज बची।
चौधरी उदयभान यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि कुलदीप का जनता में कोई आधार नहीं है। वह एयर कंडीशन की राजनीति करते हैं। आम कार्यकर्ता के पास उनका फोन नंबर तक नहीं है। जिनके पास फोन नंबर है, कुलदीप उनका फोन नहीं उठाते। हमेशा हवा में रहते हैं और विदेश में उनका समय बीतता है। ऐसे व्यक्ति के कांग्रेस से चले जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, बल्कि पार्टी को फायदा ही पहुंचेगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश जेपी ने उदयभान की बात का समर्थन करते हुए उन्हें कांग्रेस पार्टी का गद्दार तक कह डाला। इसके जवाब में कुलदीप ने अपने जन जागरण अभियान समिति के संयोजक योगेंद्र नाथ मल्होत्रा को आगे किया है। मल्होत्रा ने उदयभान व जेपी को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है।
कांग्रेस आस्तीन के सांपों को पहचाने: योगेंद्र मल्होत्रा
योगेंद्र नाथ मल्होत्रा ने कहा है कि कुलदीप बिश्नोई गैर जाट के साथ-साथ हर बिरादरी के नेता हैं। कांग्रेस में उनके बढ़ते जनाधार के चलते हुड्डा गुट उन्हें पचा नहीं पाया। मल्होत्रा ने कहा कि कम से कम कुलदीप ने कहकर खुला वोट दिया और राहुल गांधी के नहीं मिलने पर अपनी नाराजगी जाहिर की, लेकिन कांग्रेस अपने आस्तीन के सांपों को पहचाने से आंखें क्यों मूंद रही है।
उन्होंने कहा कि उदयभान उस गया राम के बेटे हैं, जो चंद सिक्कों की खातिर एक दिन में तीन-तीन दल बदल लिया करते थे। ऐसे लोगों के मुंह से राजनीति के सिद्धांतों की बात शोभा नहीं देती। मल्होत्रा का कहना है कि यदि कांग्रेस में हिम्मत है तो वह अपने दूसरे विधायक का नाम उजागर करे, जिसका वोट रद हुआ है। उन्होंने हुड्डा का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले राज्यसभा चुनाव में भाजपा की मदद करने वाले हुड्डा आज सिद्धांतों की बात कर रहे हैं।
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