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    Haryana News: सरकारी भर्तियों में लेटलतीफी को लेकर कांग्रेस ने खोला मोर्चा, कहा- प्रदेश में बेरोजगारी युवाओं के लिए सबसे बड़ा श्राप

    By Jeet KumarEdited By: Jeet Kumar
    Updated: Mon, 01 Jan 2024 05:00 AM (IST)

    सरकारी भर्तियों में लेटलतीफी को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने फिर मोर्चा खोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी युवाओं के लिए सबसे बड़ा श्राप है। 15 से 29 साल के हरियाणा के युवाओं में बेरोजगारी की दर 36.2 प्रतिशत है। न सरकारी रोजगार हैं और न ही निजी क्षेत्र में नौकरियां।

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    सरकारी भर्तियों में लेटलतीफी को लेकर कांग्रेस ने खोला मोर्चा

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। सरकारी भर्तियों में लेटलतीफी को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने फिर मोर्चा खोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी युवाओं के लिए सबसे बड़ा श्राप है। 15 से 29 साल के हरियाणा के युवाओं में बेरोजगारी की दर 36.2 प्रतिशत है। न सरकारी रोजगार हैं और न ही निजी क्षेत्र में नौकरियां।

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    पिछले पांच वर्षों में 45 से अधिक पेपर लीक

    सुरजेवाला ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में 45 से अधिक पेपर लीक हो गए । यहां तक कि भर्ती आयोग के दफ्तर से भी रिश्वत के करोड़ों रुपये बरामद हुए। कई एसआइटी बनीं और कई एफआइआर दर्ज हुईं। परंतु न कोई दोषी पाया गया और न ही किसी को सजा मिली। स्थिति यह है कि जिन नौकरियों का विज्ञापन निकला, पेपर हुए और साक्षात्कार लिए गए, उन्हें भी भरा नहीं गया।

    पांच साल में प्रथम और द्वितीय श्रेणी के अफसरों के 1775 पदों पर 963 का ही चयन हुआ। इतना ही नहीं, जो थोड़ी-बहुत नौकरियां भरी भी जाती हैं, उनमें भी प्रदेश के बाहर से युवाओं को लाकर नौकरियां दी जा रही हैं।

    भर्तियां पिछले पांच साल से हाई कोर्ट में लंबित

    कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हजारों पदों की भर्तियां पिछले पांच साल से हाई कोर्ट में लंबित हैं। युवा ओवरएज हो गए, दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं। तृतीय श्रेणी पदों की ग्रुप 56 की 6,419 नौकरियां और ग्रुप 57 की 5697 नौकरियाँ, ग्रुप डी की 13 हजार 536 नौकरियां, टीजीटी की 7471 नौकरियां हाई कोर्ट में उलझी पड़ी हैं। इसी तरह निजी क्षेत्र में हरियाणा के युवाओं को नौकरी देने के लिए बनाया कानून ‘जुमला’ साबित हुआ। न तो इस कानून के तहत एक नौकरी मिली और न ही किसी युवा का भविष्य संवारा गया।

    कुछ महत्वपूर्ण भर्तियां, जिनमें पद खाली रहे

    श्रेणी -कुल पद -भरे -रिक्त रहे

    एचसीएस कार्यकारी और संबद्ध सेवाएं -100 - 61 - 39

    एडीओ एग्रीकल्चर -600 - 50 - 550

    पीजीटी म्यूजिक -80 - 25 -55

    पीजीटी पालिटिकल साइंस - 287 - 192 - 95

    लेक्चरर इलेक्ट्रिकल -61 - 40 - 21

    लेक्चरर कंप्यूटर इंजीनियरिंग - 44 - 34 -10

    लेक्चरर इंस्ट्रूमेंट -17 - 8 -9

    भर्तियों में बाहरी युवाओं का दबदबा

    असिस्टेंट प्रोफेसर, पालिटिकल साइंस में 18 नियुक्तियों में से 11 लोग हरियाणा से बाहर के।

    एसडीओ इलेक्ट्रिकल में 80 नियुक्तियों में से 78 हरियाणा के बाहर के। बाद में इस भर्ती को रद कर दिया गया।

    एसडीओ इलेक्ट्रिकल में 99 नियुक्तियों में से 77 हरियाणा के बाहर के।

    लेक्चरर ग्रुप बी टेक्निकल एजुकेशन में 157 नियुक्तियों में से 103 हरियाणा के बाहर के।

    एचसीएस कार्यकारी शाखा की वर्ष 2017 में हुई तीन नियुक्तियों में से एक हरियाणा का बाहर का।

    जिला बागवानी अधिकारी की 26 नियुक्तियों में से 12 हरियाणा के बाहर के।

    एचसीएस कार्यकारी शाखा की वर्ष 2022 में हुई बीडीपीओ की सात नियुक्तियों में से चार हरियाणा के बाहर के