बागी विधायकों की मोर्चेबंदी के बीच सीएम मनोहर लाल ने की शाह से मुलाकात
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में पार्टी में बन रहे राजनीतिक हालातों पर पार्टी के राष्ट्रीय अमित शाह से चर्चा की।
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में चल रही बागी विधायकों की मोर्चेबंदी के बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। करीब आधे घंटे की इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल न केवल संतुष्ट नजर आए, बल्कि वापस प्रदेश लौट आए हैैं। उन्होंने दिल्ली से लौटते ही अपने निर्वाचन क्षेत्र करनाल के लोगों के साथ होली खेली और फिर राजधानी चंडीगढ़ पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उनकी मुलाकात जल्द संभव है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से दो बार मुलाकात हुई। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा की भारी जीत की पहली बधाई मुख्यमंत्री ने शाह को पार्टी आफिस में दी। शनिवार रात को ही करीब साढ़े दस बजे शाह के दिल्ली स्थित निवास पर मुख्यमंत्री की दूसरी मुलाकात हुई, जो आधा घंटा चली।
भाजपा सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री की शाह के साथ बातचीत के दौरान राज्य का कोई दूसरा नेता मौजूद नहीं था। मुख्यमंत्री ने शाह के साथ न केवल असंतुष्ट भाजपा विधायकों की मोर्चेबंदी पर खुली चर्चा की, बल्कि इन विधायकों द्वारा उठाए जा रहे गुरुग्राम के ग्वाल पहाड़ी की जमीन का म्युटेशन (दाखिल-खारिज) प्राइवेट लोगों के नाम बदलने तथा मेट्रो के रूट में बदलाव करने समेत कई मुद्दों पर सरकार का पक्ष रखा।
मुख्यमंत्री ने बागी विधायकों की गतिविधियों से पार्टी और सरकार को हो रहे नुकसान पर भी चर्चा की। साथ ही उन गतिविधियों से भी शाह को अवगत कराया, जो अन्य राजनीतिक दलों के साथ मिलकर अंजाम दिए जाने की चर्चाएं हैैं। मुख्यमंत्री ने शाह के साथ राज्य में चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन पर भी बातचीत की है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) रामलाल को मिठाई खिलाई और प्रदेश प्रभारी डा. अनिल जैन के साथ राज्य के संगठनात्मक मसलों पर बातचीत की। मुख्यमंत्री दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भी कुछ नेताओं से मिले।
भाजपा अध्यक्ष शाह ने बागी विधायकों की बात सुनने के लिए उन्हें भी दिल्ली बुलाने का भरोसा दिला रखा है। 15 व 16 मार्च को गुरुग्राम तथा दिल्ली में संगठन की बैठकें होनी हैैं, जिनमें नाराज विधायकों का आक्रोश भड़क सकता है। बागी विधायकों का कहना है कि उन्हें सरकार से कोई एतराज नहीं है, लेकिन सरकार में उनकी सुनवाई होनी चाहिए और बढ़ती अफसरशाही पर लगाम लगे। सूत्रों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष शाह ने मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि सभी पार्टी विधायक सम्मानित हैैं और उन्हें साथ लेकर चला जाए। शाह की सलाह के बाद राज्य में जल्द ही अफसरशाही में बदलाव संभव है।
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