Updated: Sun, 28 Sep 2025 08:59 PM (IST)
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने 704 बच्चों को नया जीवन दिया है जिनमें से कुछ को देश में और कुछ को विदेशों में गोद दिया गया है। राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने महिला सशक्तीकरण और स्वस्थ परिवार को एक-दूसरे का पूरक बताया। परिषद 1971 से बच्चों और युवाओं को लाभान्वित कर रही है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से 704 बच्चों को नया जीवन प्रदान किया गया है। यह बच्चे अलग-अलग कारणों से राज्य बाल कल्याण परिषद के पास पहुंचे थे, जिन्हें विभिन्न माता-पिता को गोद दिया गया है। इनमें से 528 बच्चे देश में पल रहे हैं और 176 बच्चे विदेशी दंपत्तियों द्वारा गोद लिए गए हैं।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष ने पंचकूला में आयोजित ‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार‘ कार्यक्रम के दौरान यह जानकारी दी। राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद का यह कार्य समाज के प्रति संवेदनशीलता और समर्पण का बड़ा उदाहरण है। राज्यपाल असीम कुमार घोष हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष भी हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की पत्नी सुमन सैनी हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष हैं।
राज्यपाल ने महिला सशक्तीकरण और स्वस्थ परिवार को एक-दूसरे के पूरक बताते हुए कहा कि जहां महिला सशक्त होती है, वहां परिवार अधिक जागरुक, शिक्षित और संगठित होता है। जहां परिवार स्वस्थ होता है, वहां महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं।
महिलाओं को वह अधिकार और अवसर देना आवश्यक है जो उन्हें आत्मनिर्भर, सुरक्षित और समाज में समान भागीदारी वाला बनाए। प्रो. असीम घोष ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश के विकास की नई ऊंचाइयों को छू रही है।
हरियाणा सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, महिला सुरक्षा और आत्मनिर्भर नारी जैसी अनेक योजनाएं चलाई हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है। राज्य की महिलाओं को हरियाणा सरकार की इन योजनाओं के प्रति जागरूक बनाकर उन्हें लाभान्वित किए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की भूमिका को परिवार, समाज और राष्ट्र निर्माण में सम्मान देने के साथ-साथ इसे वास्तविकता में बदलने की जरूरत है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष सुमन सैनी ने बताया कि 1971 से संचालित परिषद के विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से एक लाख 25 हजार बच्चों, युवाओं और युवतियों को प्रतिवर्ष लाभान्वित किया जा रहा है।
राज्यपाल ने विभिन्न योजनाओं को दर्शाते स्टालों का अवलोकन किया और योजनाओं के बारे में जानकारी ली। सुमन सैनी ने कार्यक्रम में कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बाल भवनों एवं लघु बाल भवनों के माध्यम से 18 वर्ष तक के प्रशिक्षुओं के लिए ज्ञानवर्धक एवं स्वास्थ्यवर्धक गतिविधियां चला रही है, जिनमें कंप्यूटर केंद्र, क्राफ्ट केंद्र, शिशु पालन केंद्र, बाल पुस्तकालय, माडल डे केयर केंद्र और प्रतिभा खोज कार्यक्रम शामिल है।
सुमन सैनी ने कहा कि स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार कार्यक्रम का उदेश्य महिलाओं को सशक्त करने के साथ-साथ उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना भी है। एक स्वस्थ और सशक्त नारी घर की धुरी, परिवार की पालनहार और मजबूत समाज की निर्माता होती है, परंतु भागदौड की जिंदगी में महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पातीं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर मध्य प्रदेश के धार से ‘‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार” अभियान का शुभारंभ कर महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तीकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। महिलाओं को चाहिए कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें।
सुमन सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में महिलाओं का अहम योगदान होगा। इस अवसर पर बाल कुंज छछरौली के बच्चों द्वारा पोषण और स्वच्छता पर आधारित लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव सुषमा गुप्ता, राज्यपाल के सचिव दुष्मंत कुमार बेहेरा, कालका की विधायक शक्ति रानी शर्मा, हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता और शिवालिक विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश देवीनगर प्रमुख रूप से शामिल हुए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।