Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    पहली बार पंचकूला में होगा राज्य स्तरीय छठ पूजा महोत्सव, घग्गर नदी किनारे घाट तैयार, 50 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 07:16 PM (IST)

    पंचकूला में पहली बार राज्य स्तरीय छठ पूजा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 50 हजार श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी कार्यक्रम में पहुंचेंगे। अधिकारियों ने घग्गर नदी किनारे बने छठ घाट का निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं, जिनमें सुरक्षा, साफ-सफाई और यातायात प्रबंधन शामिल हैं।

    Hero Image

    छठ पूजा के लिए घग्गर नदी के किनारे घाट तैयार कर दिए गए हैं।

    जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंचकूला में पहली बार राज्य स्तरीय छठ पूजा महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। इसमें 50 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। छठ पर्व को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कार्यक्रम में पहुंचेंगे। शुक्रवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, उपायुक्त सतपाल शर्मा, डीसीपी सृष्टि गुप्ता, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी घग्गर नदी के किनारे बने छठ घाट पहुंचे और वहां की तैयारियों का जायजा लिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निरीक्षण के दौरान गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर पूरी की जाएं। उन्होंने विशेष रूप से सुरक्षा, प्रकाश व्यवस्था, साफ-सफाई और यातायात प्रबंधन पर ध्यान देने को कहा ताकि श्रद्धालु माताएं और बहनें जो छठी मैया का व्रत रखती हैं, उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

    छठ पूजा घाट का निर्माण भाजपा सरकार के कार्यकाल में लगभग तीन करोड़ रुपये की लागत से कराया गया था। यह घाट अब पंचकूला सहित आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुका है। इस वर्ष आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय छठ महोत्सव में लगभग 50,000 श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। प्रशासन की ओर से तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है और सभी विभागों की जिम्मेदारियां स्पष्ट रूप से तय कर दी गई हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त पार्किंग स्थल, पीने के पानी की व्यवस्था, मोबाइल टायलेट्स और प्राथमिक उपचार केंद्र भी बनाए जा रहे हैं।