पंचकूला: नौगजा पीर के अवैध कब्जे पर चला प्रशासन का 'पीला पंजा', सुप्रीम कोर्ट के फरमान के बाद MC का एक्शन
चंडीगढ़-कालका हाईवे पर पंचकूला में मनसा देवी शक्ति द्वार के पास नौगजा पीर के अवैध कब्जे को पंचकूला महानगर विकास प्राधिकरण ने जेसीबी से हटा दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, यह कार्रवाई की गई। प्रशासन का कहना है कि पीर का निर्माण लगभग 15 मरला जमीन पर था, जबकि उनके पास केवल 6 मरला जमीन का मालिकाना हक है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में खलबली मच गई।

चंडीगढ़–कालका हाईवे पर बड़ा एक्शन, नौगजा पीर का अवैध कब्जा जेसीबी से से हटाया (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंचकूला में आज सुबह हाईवे किनारे बड़ा प्रशासनिक एक्शन देखने को मिला। पंचकूला महानगर विकास प्राधिकरण ने मनसा देवी शक्ति द्वार के पास स्थित नौगजा पीर के अवैध कब्जे को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी, जिसके बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
सुबह 10 बजे ही प्राधिकरण की टीम जेसीबी और बड़ी संख्या में कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच गई। कार्रवाई की भनक लगते ही नौगजा पीर के प्रबंधक मौके पर दौड़ पड़े और हल्का विरोध भी किया, लेकिन प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश दिखाकर स्पष्ट कर दिया कि अवैध कब्जा हर हाल में हटेगा।
टीम ने सबसे पहले लंगर हाल, बाथरूम और बरामदे को गिराना शुरू किया, जबकि शटर पहले ही हटाए जा चुके थे। प्रशासन का दावा है कि निर्माण लगभग 15 मरला जमीन पर फैला है, जबकि पीर प्रबंधन के पास सिर्फ 6 मरला की ही मालिकाना जमीन है।
नौगजा पीर की चौथी पीढ़ी के जौनी खान ने आरोप लगाया कि “80 साल से कोई कार्रवाई नहीं हुई… अब अचानक हमें निशाना बनाया जा रहा है।” उधर, प्राधिकरण के डीपी संजय नारंग ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ मौके पर मौजूद रहे और कार्रवाई लगातार जारी है।
हाईवे से गुजरने वाले लोग भी इस एक्शन को देखकर रुक-रुककर वीडियो बनाते नजर आए। हाईवे किनारे धार्मिक स्थलों के खिलाफ यह पहली बड़ी कार्रवाई है, जिससे पूरे क्षेत्र में खलबली मच गई है।

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