हरियाणा में पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह नरवाना से शुरू करेंगे सद्भाव यात्रा, कांग्रेस में एकजुटता का देंगे संदेश
हरियाणा में हिसार के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह नरवाना से सद्भाव यात्रा शुरू करने जा रहे हैं जिसका उद्देश्य राजनीतिक सद्भाव बनाना है। कांग्रेस ने इसे निजी यात्रा बताया है जबकि बृजेंद्र सिंह इसे कांग्रेस की यात्रा बता रहे हैं। इस यात्रा के माध्यम से वे हरियाणा की राजनीति में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं और कांग्रेस में एकजुटता का संदेश देना चाहते हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में राजनीतिक रैलियों के बाद रविवार से यात्रा का दौर शुरू होने जा रहा है। हिसार के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह जींद जिले के नरवाना के दनौदा कलां से प्रदेशव्यापी सद्भाव यात्रा शुरू करने जा रहे हैं।
एक तरफ जहां चौधरी बीरेंद्र सिंह समर्थक इस यात्रा की तैयारी में जुटे हुए हैं, वहीं ऐन मौके पर कांग्रेस पार्टी ने इस यात्रा से पल्ला झाड़ते हुए इसे बृजेंद्र सिंह की निजी यात्रा करार दिया है। बृजेंद्र सिंह ने इसका जवाब देते हुए कहा कि सद्भाव यात्रा निकालने वाले कांग्रेसी हैं और सभी कांग्रेसी इसमें शामिल होंगे। फिर इसे कांग्रेस की यात्रा कैसे नहीं माना जा सकता।
पूर्व आइएएस बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह और पूर्व विधायक प्रेमलता के बेटे हैं। बीरेंद्र सिंह और प्रेमलता दोनों जींद जिले की उचाना विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं, जबकि इस बार बृजेंद्र सिंह मात्र 32 मतों से उचाना से चुनाव हार गए हैं। उनका केस कोर्ट में चल रहा है।
इस सद्भाव यात्रा के माध्यम से बृजेंद्र सिंह स्वयं को हरियाणा की राजनीति में स्थापित करने की कवायद में जुटे हैं। कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें पिछले दिनों अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ओवरसीज विभाग का सह संयोजक बनाया है, जिससे उनका राजनीतिक कद पार्टी में बढ़ा है। बृजेंद्र सिंह हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष पद के दावेदार भी थे।
हिसार से सांसद रह चुके बृजेंद्र सिंह खुद को प्रदेश स्तरीय नेता के रूप में स्थापित करने के साथ-साथ अपने माता-पिता के समर्थकों को भी लामबंद करेंगे। हालांकि बृजेंद्र सिंह की सद्भाव यात्रा वाली बस पर राहुल गांधी व बृजेंद्र सिंह की बड़ी फोटो के अलावा सोनिया गांधी से लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र तक की तस्वीरें लगाई गई हैं।
आपस में भाई होने के बावजूद चौधरी बीरेंद्र सिंह तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा में हमेशा छत्तीस का आंकड़ा रहा है। इस यात्रा के माध्यम से बृजेंद्र सिंह की कोशिश आइएएस की छवि से बाहर निकलने की भी होगी।
इस यात्रा से पहले शनिवार को बृजेंद्र सिंह ने दावा किया कि वह कांग्रेसी हैं और यह यात्रा कांग्रेस की है। मेरे साथ जो यात्री होंगे कांग्रेसी होंगे, जिनके मन में कांग्रेस को आगे बढाऩे का प्रयास होगा। कांग्रेस का झंडा लेकर सडक़ पर निकल रहा हूं, जो जुडऩा चाहेंगे जुड़ जाएंगे, नहीं जुडऩा होगा तो नहीं जुड़ेंगे। कोशिश रहेगी सभी एक जगह दिखें। बृजेंद्र सिंह ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस की एकजुटता का सवाल यात्रा खत्म होने के बाद विश्लेषण का मुद्दा बन सकता है।
दूसरी तरफ हरियाणा कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि बृजेंद्र सिंह का उनके पास भी फोन आया था लेकिन व्यस्तता के चलते वे इस यात्रा में शामिल नहीं हो पाएंगे। इससे पहले निवर्तमान प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने इस यात्रा को कांग्रेस का अधिकृत कार्यक्रम मानने से इंकार कर दिया था। इस पर राव ने टिप्पणी करते हुए कहा कि पार्टी के नेताओं को किसी भी कार्यक्रम के लिए हाईकमान और प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व से चर्चा करनी चाहिए।
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