हरियाणा में हुड्डा और दुष्यंत की टक्कर का अध्यक्ष ढूंढ रही भाजपा, सर्वमान्य नेता की तलाश में हाईकमान
भाजपा हरियाणा में पार्टी के प्रदेश प्रधान के पद पर ऐसे नेता की तलाश में हो जो भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दुष्यंत चौटाला की टक्कर का हो। पार्टी हाईकमान को सर्वमान्य नेता की तलाश है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा भाजपा के नए अध्यक्ष का चुनाव जाट और गैर जाट चेहरे की राजनीति में उलझ गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल अध्यक्ष पद के लिए अपने भरोसेमंद साथियों से सलाह-मशविरा करने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मन की बात कह चुके हैं। अब भाजपा हाईकमान के दूत बनकर हरियाणा पहुंचे पार्टी के उन तीन राष्ट्रीय नेताओं की रिपोर्ट का लिफाफा खोला जाएगा, जो उन्होंने प्रदेश के कम से कम सौ प्रमुख कार्यकर्ताओं और नेताओं से बातचीत के आधार पर तैयार की है। यह रिपोर्ट हाईकमान के पास पहले ही पहुंच चुकी है। दरअसल भाजपा को ऐसे प्रदेश अध्यक्ष की तलाश है जो कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और जननायक जनता पार्टी व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की टक्कर का जनाधार वाला नेता हो।
जाट और गैर जाट चेहरे की राजनीति में उलझा भाजपा अध्यक्ष का चयन
भाजपा हाईकमान हरियाणा में नए अध्यक्ष के लिए ऐसे चेहरे का चयन करना चाहता है, जो राजनीति के मैदान में लंबी रेस का धावक साबित हो सके। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को उस तरह के रिजल्ट नहीं मिल पाये, जैसे रिजल्ट की पार्टी हाईकमान ने उम्मीद की थी। यह चुनाव पूरी तरह से जाट और गैर जाट की राजनीति में बंटा नजर आया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर चुके हाईकमान के साथ अपने मन की बात
कांग्रेस को हालांकि अपनी 31 सीटें आने की जरा भी उम्मीद नहीं थी, लेकिन पार्टी यदि एकजुट होती और कांग्रेस दिग्गजों को जीत का जरा भी आभास होता तो प्रदेश की राजनीतिक तस्वीर बदली हुई नजर आती। इस तस्वीर की परिकल्पना को ध्यान में रखते हुए भाजपा चाहती है कि हरियाणा को ऐसा अध्यक्ष सौंपा जाए, जो भाजपा के तमाम पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को एकसाथ लेकर चले तथा कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और दीपेंद्र सिंह हुड्डा तथा इनेलो में ओमप्रकाश चौटाला व अभय सिंह चौटाला से टक्कर लेने का दम रख सके।
अब भाजपा हाईकमान के दूत मुरलीधर, देवधर और संतोष की रिपोर्ट पर होगा मंथन
दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी हालांकि सत्ता में भाजपा की साझीदार है, लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्रियों के हरियाणा दौरे के दौरान यह बात भी सामने आई कि संगठन में ऐसे चेहरे को आगे किया जाना चाहिये, जो दुष्यंत के बढ़ते कद में रुकावट पैदा कर सके। दुष्यंत यदि राजनीतिक तौर पर तरक्की करते रहे तो इससे भविष्य में भाजपा को नुकसान हो सकता है। इसलिए पार्टी नए अध्यक्ष के लिए तमाम पहलुओं पर विचार करते हुए ऐसे चेहरे पर विचार कर रही है, जो सर्वमान्य बन सके।
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, महामंत्री मुरलीधर राव और राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर अपने तरीके से हरियाणा के नए अध्यक्ष के लिए कम से कम सौ प्रमुख नेताओं व कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले चुके हैं। उन्होंने सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले और सबसे कम स्वीकार किये जाने वाले नेताओं की सूची तैयार की। इसके बाद राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रभारी डा. अनिल जैन ने भी अपनी रिपोर्ट हाईकमान को दी।
चुनावी तैयारी के लिए जाटों के बिना काम संभव नहीं
भाजपा को गैर जाटों की पार्टी माना जाता है, लेकिन उसका काम जाटों के बिना संभव नहीं है। भाजपा के पास जाट चेहरों के रूप में चौधरी बीरेंद्र सिंह, कैप्टन अभिमन्यु, ओमप्रकाश धनखड़, सुभाष बराला, चौ. धर्मवीर सिंह, महीपाल सिंह ढांडा, कमलेश ढांडा, जेपी दलाल, प्रेमलता और बृजेंद्र सिंह के रूप में कुछ ही नाम हैं। रणजीत चौटाला निर्दलीय चुनाव जीतकर आए हैं।
पिछले पांच सालों में मुख्यमंत्री के साथ कदमताल मिलाकर चलने वाले तथा सबसे पावरफुल मंत्री कैप्टन अभिमन्यु रहे। दूसरे नंबर पर ओमप्रकाश धनखड़ का नाम आता है। कैप्टन और धनखड़ हाईकमान की पसंद हैं। कैप्टन फिलहाल अध्यक्ष पद के सशक्त दावेदारों में शामिल हैं। कैप्टन को हाईकमान का भले ही आशीर्वाद है, लेकिन पिछले कार्यकाल में कैप्टन सीएम के साथ रहे।
भाजपा के पास गैर जाट नेताओं की लंबी फेहरिस्त
भाजपा में ही यदि गैर जाट चेहरों की बात करें तो केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया, पूर्व मंत्री विपुल गोयल, पूर्व मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, मौजूदा संगठन महामंत्री सुरेश भट्ठ, पूर्व सीपीएस डा. कमल गुप्ता, विधायक दीपक मंगला, भाजपा महामंत्री संदीप जोशी, सांसद संजय भाटिया, सांसद नायब सिंह सैनी, राजीव जैन, वेदपाल एडवोकेट, डा. पवन सैनी और वेदपाल एडवोकेट के नाम अध्यक्ष पद के दावेदारों में शामिल हैं।
इनमें कृष्णपाल गुर्जर, रतनलाल कटारिया, विपुल गोयल, रामबिलास शर्मा और सुरेश भट्ठ के साथ ही संदीप जोशी के बीच टक्कर मानी जा रही है। भाजपा ने यदि जाट चेहरे पर दांव चला तो कैप्टन अभिमन्यु और गैर जाट चेहरों में कृष्णपाल गुर्जर व रतन लाल कटारिया को उनके मुकाबले अड़ाया जा सकता है। इनमें भी कृष्णपाल गुर्जर मजबूत चेहरे हैं।
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