सोनीपत, पंचकूला और अंबाला के निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी सरकार; फैमिली आइडी-जनसंख्या की मांगी जानकारी
हरियाणा सरकार ने पंचकूला सोनीपत और अंबाला नगर निगम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। शहरी निकाय विभाग ने अधिकारियों से मतदाता सूची और आबादी का ब्योरा मांगा है। प्रत्येक नगर निगम में वार्डबंदी के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की जाएगी। इन चुनावों की तैयारी से कांग्रेस में हलचल है। शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल ने प्रक्रिया में तेज़ी लाने के निर्देश दिए हैं।

अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने पंचकूला, सोनीपत और अंबाला नगर निगमों के चुनाव की प्रक्रिया चालू कर दी है। सोनीपत और अंबाला के मेयरों के विधायक बन जाने के बाद दोनों नगर निगमों में उपचुनाव कराए गए थे।
अब इन तीनों नगर निगमों के मौजूदा मेयरों व पार्षदों का कार्यकाल अगले छह माह में पूरा होने जा रहा है। जनवरी 2026 में पंचकूला, सोनीपत और अंबाला नगर निगमों के चुनाव होने प्रस्तावित हैं, जिसकी तैयारियां अभी भी आरंभ कर दी गई हैं।
शहरी निकाय विभाग ने तीनों नगर निगमों के अधिकारियों से मतदाता सूची, फैमिली आइडी का ब्योरा और नगर निगमों में आबादी की संख्या का ब्योरा मांगा है।
तीनों नगर निगमों के आयुक्तों को पांच-पांच सदस्यीय कमेटियां भी बनाने को कहा गया है, जिनका काम नये सिरे से वार्डबंदी कराने का होगा। इस कमेटी का चेयरमैन उपायुक्त होगा, जबकि मेयर, शहरी निकाय विभाग के महानिदेशक अथवा उनका प्रतिनिधि और आयुक्त भी इस कमेटी के सदस्य होंगे।
सोनीपत नगर निगम में राजीव जैन, पंचकूला में कुलभूषण गोयल और अंबाला में शैलजा सचदेवा मेयर हैं। सोनीपत के मेयर निखिल मदान के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने और विधायक बनने के बाद राजीव जैन यहां से मेयर बने थे। राजीव जैन सीएम के मीडिया सलाहकार रह चुके हैं और पूर्व शहरी निकाय मंत्री कविता जैन के पति हैं।
अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी व राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा की माता शक्ति रानी शर्मा मेयर थी। वे भाजपा के टिकट पर कालका से विधायक बन गई थी, जिसके बाद उनके स्थान पर शैलजा सचदेवा मेयर चुनी गई।
पंचकूला में कुलभूषण गोयल मेयर हैं, जिनकी गिनती पूर्व विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के करीबियों में होती है। ज्ञानचंद गुप्ता पंचकूला से विधानसभा का चुनाव हार गए और कांग्रेस के टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई चुनाव जीते थे। इन तीनों नगर निगमों में चुनाव की तैयारियां अभी से आरंभ हो जाने से विरोधी दल कांग्रेस के कान भी खड़े हो गए हैं।
तीनों शहरी निकायों के आयुक्तों से कहा गया है कि वे साल 2011 में हुई जनगणना के आंकड़ों के हिसाब से कुल आबादी, अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या, परिवार पहचान पत्रों की संख्या, उनमें दर्ज परिवार के सदस्यों की संख्या और वार्डों की संख्या तथा उनके दायरे में आने वाले समस्त क्षेत्रों की पूरी जानकारी मुख्यालय को उपलब्ध कराएं।
हरियाणा के शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल के निर्देश पर विभाग के महानिदेशक विकास गुप्ता की ओर से सभी आयुक्तों को इस संंबंध में परिपत्र जारी कर दिए गए हैं। महानिदेशक ने पांच-पांच सदस्यों की कमेटी बनाने के आदेश भी आयुक्तों व मेयरों को दिए हैं, ताकि प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके।
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