हरियाणा में बिहार की सियासी लहर, छठ घाटों पर जाकर बिहारी वोटर्स की नब्ज टटोल रही कांग्रेस
हरियाणा में भी बिहार चुनाव की गर्मी महसूस हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देश पर जिलाध्यक्ष बिहार के मूल निवासियों से संपर्क कर रहे हैं, ताकि गठबंधन के उम्मीदवारों को जिताया जा सके। नेता छठ घाटों का दौरा कर रहे हैं और व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' और भाजपा पर वोट चोरी के आरोपों के बाद हरियाणा कांग्रेस सक्रिय है। देखना यह है कि यह सक्रियता बिहार के लोगों को कितना प्रभावित करती है।

बिहार विधानसभा चुनाव की गरमाहट का असर छठ महापर्व पर देखने को मिला (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव भले ही बिहार में हो रहे हों, लेकिन गरमाहट हरियाणा में भी देखने को मिल रही है। भाजपा की राह अब कांग्रेस पार्टी भी चल पड़ी हैं।
हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष राव नरेंद्र के निर्देश पर सभी जिलाध्यक्षों ने अपनी टीम के साथ मूल रूप से बिहार के रहने वाले लोगों से संपर्क कर कांग्रेस पार्टी के साथ वाले गठबंधन उम्मीदवारों को जिताने की अपील करनी आरंभ कर दी है।
कांग्रेसी नेता छठ महापर्व के पूजन के लिए बनाए घाटों पर भी पहुंच रहे हैं और वहां इंतजामों को परखने में लगे हैं। कई जिलाध्यक्ष ऐसे हैं, जो अपनी ओर से सुविधाएं दिलाने का काम करने में लगे हैं।
भाजपा कांग्रेस से पहले हरियाणा के शहरों रह रहे पूर्वांचल के करीब एक लाख लोगों के साथ संवाद कर चुकी है। भाजपा के लिए जहां बिहार का चुनाव मौजूदा समय की सबसे बड़ी चुनौती है, वहीं कांग्रेस के लिए भी यह किसी चुनौती से कम नहीं हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा लाेकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बिहार में वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी। करीब पंद्रह दिन उन्होंने बिहार में बिताए थे और कई जिलों में जाकर भाजपा पर वोट चोरी करने का आराेप लगाया था।
अपने नेता की साख चुनाव से जाेड़कर कांग्रेस की हरियाणा इकाई ने सक्रियता दिखाई है। देखने वाली बात यह होगी कि हरियाणा के कांग्रेस नेताओं की यह सक्रियता बिहार के लोगों को कितना प्रभावित कर पाती है। इसकी वजह एक यह है कि कांग्रेस स्वयं ही अपने राज्य में एकजुट नहीं है तो ऐसे में वह बिहार के चुनाव पर कितना असर डाल पाएगी, यह सोचनीय विषय है।

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