विधानसभा स्पीकर ने किया संवैधानिक संस्थाओं पर हमले का विरोध, गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं देने की सलाह
हरियाणा विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि देश स्वतंत्रता सेनानियों की कल्पना के अनुसार आगे बढ़ रहा है। विधायिका की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका है जहाँ अच्छी चर्चा से अच्छी योजनाएं बनती हैं। उन्होंने बिना नाम लिए राहुल गांधी को गैर जिम्मेदाराना बयान देने से आगाह किया। स्पीकर ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत एमएलए हास्टल में पौधे लगाए।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की कल्पना के अनुसार देश लगातार आगे बढ़ रहा है। विकास की इस यात्रा में विधायिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। अच्छी चर्चा से अच्छी योजनाएं बनती हैं। अच्छे कानूनों का निर्माण होता है। यह सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना आगाह किया कि किसी भी व्यक्ति को देश की व्यवस्थाओं को लेकर गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं देना चाहिए। लोगों का संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार विश्वास बढ़ा है। ऐसे में जिम्मेदार लोगों का कर्तव्य और भी बढ़ जाता है। विधानसभा स्पीकर शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित एमएलए हास्टल के बाहर मीडिया से बात कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने सेवा पखवाड़े के अंतर्गत एमएलए हास्टल परिसर में पलाश का पौधा लगाया। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत एनआइटी फरीदाबाद के विधायक सतीश कुमार फागना और विधानसभा के अधिकारियों ने भी स्पीकर के साथ पौधे रोपित किए। ट्रैवलर पाम, सेगियम, एरोकेरिया, पलाश, मिशेलिया चंपाका, कटोसिया, हिबिस्कुस, थयूजा, बेला पत्ता अंजीर, इकसोरा, फिकस पांडा और नेकोडिया के करीब 300 पौधे रोपित किए गए।
विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्मतिथि पर शुरू हुआ सेवा पखवाड़ा देश के प्रत्येक व्यक्ति में कर्तव्यबोध के साथ सेवा की भावना जागृत कर रहा है। प्रधानमंत्री ने 2047 तक अपने देश को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए हम सभी को अपने-अपने स्तर पर भूमिका निभानी होगी।
कल्याण ने कहा कि नारी शक्ति, युवा, किसान और गरीब व्यक्ति विकसित भारत के चार स्तंभ हैं, जिनके उत्थान के लिए बड़े स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन हो रहा है। केंद्र सरकार की ओर से शुरू ’स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान को मातृशक्ति के लिए वरदान बताते हुए कल्याण ने कहा कि इस अभियान के तहत देश भर में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक लाख स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
इनमें महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का इलाज होगा। पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते महिलाओं का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। इस कारण प्रधानमंत्री ने उनके स्वास्थ्य की विशेष रूप से चिंता की है।
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