Haryana Politcs: विधानसभा के शीतकालीन सत्र में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सवालों का जवाब नहीं देंगे अनिल विज, ये है बड़ी वजह
15 दिसंबर से हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Health Minister Anil Vij) द्वारा विभाग की फाइलें अभी तक नहीं निकाले जाने का मामला विधानसभा में जोरदार तरीके से उछल सकता है। जिसकी तैयारी विपक्ष बड़े पैमाने पर करने में लगा हुआ है। इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री की मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal) के साथ बैठक भी हो चुकी है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Health Minister Anil Vij) द्वारा विभाग की फाइलें अभी तक नहीं निकाले जाने का मामला विधानसभा में जोरदार तरीके से उछल सकता है। विपक्षी दलों के विधायक जहां स्वास्थ्य मंत्री के नाते अनिल विज से उनके विभाग से जुड़े सवाल पूछेंगे, वहीं सूत्रों का कहना है कि अनिल विज स्वास्थ्य विभाग से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब सदन में नहीं देंगे।
वह सदन में ही मुख्यमंत्री कार्यालय के उस अधिकारी का नाम जवाब देने के लिए ले सकते हैं, जिससे उन्हें नाराजगी है। अनिल विज को इस बात पर कड़ी आपत्ति है कि उनकी जानकारी और अनुमति के बिना मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की मीटिंग बुलाई और कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।
सीएम ने दिया था भरोसा जल्द होगा समाधान
इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री की मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal) के साथ बैठक भी हो चुकी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रेस कान्फ्रेंस में स्वयं कह चुके हैं कि विवाद का समाधान जल्दी निकल जाएगा, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने की वजह से अनिल विज ने स्वास्थ्य विभाग की फाइलों का निस्तारण आरंभ नहीं किया है, जिस कारण विभाग की फाइलों की ऊंचाई बढ़ती जा रही है।
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अनिल विज क्या सीएम के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं?
गृह मंत्री अनिल विज मुख्यमंत्री कार्यालय के इस अधिकारी के विरुद्ध क्या कार्रवाई चाहते हैं, यह तो उन्होंने कभी सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि वे सब कुछ मुख्यमंत्री को बता चुके हैं। अब चूंकि 15 दिसंबर से हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र आरंभ होने वाला है।
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी समस्याओं को लेकर विधायक कई सवाल लगाएंगे। कहीं डाक्टर नहीं हैं तो कहीं स्वास्थ्य अमले की कमी है। कहीं स्वास्थ्य उपकरण नहीं हैं तो कहीं दवाइयां नहीं हैं।
राज्य में डॉक्टरों की भारी कमी
कहीं लैब उपकरणों की कमी बनी हुई है तो कहीं मशीनों को चलाने वाला स्टाफ नहीं है। पिछले नौ सालों में करीब 2900 डॉक्टरों की भर्ती हुई है, लेकिन अभी भी डॉक्टरों की भारी कमी राज्य में बनी हुई है।
स्वास्थ्य विभाग का कामकाज चौपट क्यों?
हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता अभय सिंह चौटाला (Abhay Singh Chautala) ने बुधवार को कहा कि वे अनिल विज से सदन में पूछेंगे कि स्वास्थ्य विभाग का कामकाज चौपट क्यों हैं। इस बारे में जब अनिल विज से कुछ मीडिया कर्मियों ने सवाल किया तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
लेकिन पता चला है कि अनिल विज अपने विभाग से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब देने को विधानसभा में तैयार नहीं होंगे और यदि कोई विधायक अथवा नेता उनसे अधिक बहसबाजी करेगा तो यहां तक कहने के मूड में हैं कि उनकी सुनवाई कौन और कैसे करेगा तथा वह विभाग का कामकाज क्यों नहीं देख रहे हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार विधानसभा सत्र से पहले ही इस विवाद का समाधान कर विपक्ष के हाथों से बड़ा मुद्दा छीन सकती है।
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