अलीपुरा बना आर्यपुरम व ढाणी गारण हुआ हंसनगर, हरियाणा के दो और गांवों को मिली पहचान; अब तक बदले जा चुके 26 गांवों के नाम
हरियाणा में गांवों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है। यमुनानगर के अलीपुरा का नाम अब आर्यपुरम और हिसार के ढाणी गारण का नाम हंसनगर होगा। सरकार ने इन गांवों के नाम परिवर्तन के आदेश जारी कर दिए हैं। पिछले दस वर्षों में 13 जिलों के 26 गांवों के नाम बदले गए हैं जिनमें जींद और यमुनानगर में सबसे ज्यादा बदलाव हुए हैं। यह सिलसिला 2015 में शुरू हुआ था।

सुधीर तंवर, चंडीगढ़। हरियाणा में गांवों के आपत्तिजनक नाम बदलने का सिलसिला जारी है। पिछले महीने महेंद्रगढ़ और झज्जर जिले के दो गांवों के नाम बदलने वाली प्रदेश सरकार ने अब यमुनागर और हिसार के दो और गांवों को नई पहचान दी है।
यमुनानगर में अलीपुरा का नाम बदलकर आर्यपुरम कर दिया गया है। इसके साथ ही हिंदू बाहुल्य इस गांव के लोगों को अब मुस्लिम आधारित नाम से छुटकारा मिल गया है। इसी तरह हिसार के ढाणी गारण का नया नाम हंसनगर होगा।
वित्तायुक्त राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा ने दोनों गांवों के नए नामकरण को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। इससे पहले जुलाई में महेंद्रगढ़ जिले के गांव अकबरपुर नांगल का नाम बदलकर नांगल हरनाथ और झज्जर के गांव इस्लामगढ़ का नाम बदलकर छुछकवास किया गया था।
दस महीने में आठ गांवों के नाम बदले जा चुके
इसी तरह मई में चार गांवों सोनीपत के गांव धनाना अलादादपुर का नाम बदलकर शिवनगरी और मोहम्दाबाद का नाम प्रेमसुख नगर, यमुनानगर के बिलासपुर का नाम व्यासपुर और भिवानी के दुर्जनपुर गांव का नाम बदलकर सज्जनपुर किया गया था। इस तरह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की नई सरकार के दस महीने में अभी तक आठ गांवों के नाम बदले जा चुके हैं।
दरअसल प्रदेश में गांवों विचित्र के नाम बदलने का काम वर्ष 2015 में शुरू हुआ था, जब फतेहाबाद की 12 वर्षीय छात्रा हरप्रीत कौर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें कहीं पर भी अपने गांव का नाम गंदा बताने में शर्म आती है। इसके बाद प्रधानमंत्री के निर्देश पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार ने गांव का नाम गंदा से बदलकर अजीत नगर रख दिया था।
मनोहर सरकार के कार्यकाल में डेढ़ दर्जन गांवों के नाम बदले
इसके बाद आपत्तिजनक नाम वाले गांवों के नए नामकरण का ऐसा क्रम शुरू हुआ, जो अब भी जारी है। मनोहर सरकार के साढ़े नौ साल के कार्यकाल में डेढ़ दर्जन गांवों के नाम बदले गए। पिछले दस वर्षों में 13 जिलों में कुल 26 गांवों के नाम में परिवर्तन हुआ है।
इनमें सबसे ज्यादा जींद यमुनानगर जिले में चार-चार गांवों के नाम बदले गए हैं, जबकि हिसार में तीन और महेंद्रगढ़, सोनीपत, करनाल व गुरुग्राम में दो-दो गांवों के नाम बदले गए हैं। इसी तरह झज्जर, भिवानी, रोहतक, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, सिरसा और फतेहाबाद में एक-एक गांव का नाम बदला गया है।
भाजपा सरकार में इन गांवों के नाम बदले
जिला पुराना नाम नया नाम
- जिला अलीपुरा आर्यपुरम
- यमुनानगर खिजराबाद प्रताप नगर
- यमुनानगर मुस्तफाबाद सरस्वती नगर
- यमुनानगर बिलासपुर व्यासपुर
- यमुनानगर पिंडारी पांडु पिंडारा
- जींद टोडी खेड़ी सरना खेड़ी
- जींद गंदा खेड़ा गुरुकुल खेड़ा
- जींद चुहड़पुर -चांद पुर
- जींद ढाणी गारण -हंसनगर
- हिसार किन्नर गैबी नगर
- हिसार कुतिया खेड़ी वीरपुर
- हिसार बाल रंगदान बाल राजपुतान
- करनाल लंढौरा जयरामपुर
- करनाल मोहम्मद हेड़ी ब्रह्मपुरी
- गुरुग्राम गुड़गांव गुरुग्राम
- गुरुग्राम चमगेहड़ा देव नगर
- महेंद्रगढ़ अकबरपुर नांगल नांगल हरनाथ
- महेंद्रगढ़ इस्लामगढ़ छुछकवास
- झज्जर गढ़ी सांपला सर छोटू राम नगर
- रोहतक लूला अहीर कृष्ण नगर
- रेवाड़ी अमीन अभिमन्युपुर
- कुरुक्षेत्र सांघर सरिता बाबा भूमण शाह
- सिरसागंदा अजीत नगर
- फतेहाबाद धनाना अलादादपुर शिवनगरी
- सोनीपत मोहम्दाबाद प्रेमसुख नगर
- सोनीपत दुर्जनपुर सज्जनपुर
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