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    अकील अख्तर मौत मामले में हरियाणा सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश, अब केंद्र सरकार लेगी फैसला

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 08:09 PM (IST)

    हरियाणा सरकार अकील अख्तर की संदिग्ध मौत की जांच सीबीआई को सौंपने पर विचार कर रही है। पंचकूला पुलिस ने एसआईटी गठित कर जांच शुरू कर दी है, वहीं शिकायतकर्ता सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। पुलिस अकील के मोबाइल और सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच कर रही है। अकील ने पहले अपने पिता पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था।

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    अकील अख्तर मौत मामला में हरियाणा सरकार सीबीआई जांच पर कर रही विचार (फोटो: जागरण)

    जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर (35) की संदिग्ध मौत के मामले की जांच के लिए हरियाणा सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है। अब इस मामले पर केंद्र सरकार फैसला लेगी।

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    इस बीच पंचकूला पुलिस ने जांच को तेज करते हुए एसीपी विक्रम नेहरा की अगुवाई में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) गठित की है। टीम ने अकील की मौत से जुड़े सभी साक्ष्यों की गहन जांच शुरू कर दी है। एसीपी नेहरा के अनुसार, जांच का मुख्य फोकस मौत के वास्तविक कारण का पता लगाना है।

    पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है, जबकि विसरा और केमिकल एनालिसिस रिपोर्ट का इंतजार है। अधिकारियों ने बताया कि शव पर इंजेक्शन जैसे निशान मिले हैं, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उनका कारण क्या था।

    पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने कहा कि 25 अक्टूबर को उनके मलेरकोटला आवास पर सामूहिक प्रार्थना रखी गई है। इसके बाद वे एसआईटी के हर सवाल का जवाब देंगे। उन्होंने कहा, “मैं जांच में पूरा सहयोग दूंगा। 26 अक्टूबर को पंचकूला पहुंचूंगा, एसआईटी जब चाहे घर की तलाशी ले सकती है।”

    इस मामले में शिकायत देने वाले शमशुद्दीन चौधरी ने कहा कि उन्हें पंचकूला पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग दोहराई। शमशुद्दीन ने आरोप लगाया कि “पुलिस घटना के पांच दिन बाद भी जरूरी दस्तावेज अपने कब्जे में नहीं ले पाई। आरोपी परिवार घर में मौजूद है और सबूत नष्ट कर सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि मुस्तफा द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं। “अगर मेरे खिलाफ कोई एफआईआर है, तो मुस्तफा उसकी कापी दिखाएं।

    एसआईटी अब अकील अख्तर के मोबाइल फोन को अपने कब्जे में लेकर लैब भेजेगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि फोन का कौन-सा डेटा और कब डिलीट किया गया। साथ ही अकील के सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच की जा रही है ताकि पारिवारिक विवाद या धमकी से जुड़े संकेत मिल सकें।

    17 अक्टूबर को मलेरकोटला निवासी शमशुद्दीन चौधरी ने पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर अकील की मौत को संदिग्ध बताया और हत्या की आशंका जताई। शिकायत में उल्लेख था कि 27 अगस्त को अकील ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर अपने पिता मोहम्मद मुस्तफा पर पत्नी के साथ अवैध संबंधों का आरोप लगाया था और यह भी कहा था कि “परिवार मेरी हत्या की साजिश रच रहा है।”

    शिकायत के आधार पर पंचकूला के एमडीसी थाना पुलिस ने मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी व पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना, अकील की पत्नी और बहन के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया था।