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    हरियाणा में सामान्य से 48% अधिक बारिश, 2687 गांवों की 8 लाख एकड़ से ज्यादा फसल नष्ट

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 09:06 PM (IST)

    हरियाणा में इस मानसून में सामान्य से 48% अधिक वर्षा हुई है जिससे 12 जिले प्रभावित हैं। सरकार ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलकर किसानों को नुकसान दर्ज कराने का मौका दिया है। प्रभावित क्षेत्रों के लिए 3.06 करोड़ रुपये की राहत निधि स्वीकृत की गई है। बाढ़ से प्रभावित 2247 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।

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    हरियाणा में सामान्य से 48 प्रतिशत अधिक बरसात। फोटो जागरण

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में इस बार मानसून के मौसम में सामान्य से 48 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है। पहाड़ों में हुई तेज बारिश के चलते राज्य से होकर गुजरने वाले नदी-नाले उफान पर पहुंच गए। राज्य के 12 जिले भारी बारिश, बाढ़ की स्थिति और प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं। इनमें फतेहाबाद, झज्जर, कुरुक्षेत्र और महेंद्रगढ़ जिलों में सामान्य से काफी अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

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    बारिश के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार ने 15 सितंबर तक ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल रखा है। इस क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से 2,687 गांवों में होने वाले नुकसान को दर्ज किया जाएगा। हरियाणा के 12 जिलों के 2,687 गांवों के एक लाख 46 हजार 823 किसान पहले ही पोर्टल पर अपनी खराब हुई फसल का पंजीकरण करा चुके हैं।

    इन किसानों के द्वारा अभी तक आठ लाख 66 हजार 927 एकड़ कृषि भूमि पर फसलों के नुकसान की जानकारी दी गई है। 15 सितंबर तक नुकसान तीन से चार गुणा तक दर्ज होने की संभावना है। हरियाणा सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत उपायों के लिए जिलों को कुल 3.06 करोड़ रुपये की आरक्षित निधि स्वीकृत की है।

    इस धनराशि का उपयोग प्रभावित लोगों को भोजन और वस्त्र, विस्थापित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय और तंबू, पशुओं के लिए चारा और पीओएल (पेट्रोल, तेल और स्नेहक) सहित अन्य आवश्यक आवश्यकताओं के लिए किया जाएगा।

    हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी और विभाग के मंत्री विपुल गोयल समेत सभी मंत्री और अधिकारी भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थिति पर कड़ी नज़र रखे हुए हैं। लगातार बारिश से कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नाले उफान पर हैं और निचले इलाकों में जलभराव हो गया है।

    सभी उपायुक्तों और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (डीडीएमए) को निर्देश दिया गया है कि वे हाई अलर्ट पर रहें और अपने-अपने क्षेत्राधिकार में जनता को मौसम संबंधी चेतावनियां और सुरक्षा सलाह समय पर उपलब्ध कराएं। बाक्स बारिश से प्रभावित 2,247 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया डा. सुमिता मिश्रा के अनुसार बारिश से प्रभावित 2,247 लोगों को सकुशल राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।

    खासकर पलवल, फरीदाबाद, फतेहाबाद, भिवानी, कुरुक्षेत्र और अंबाला जिलों में प्रभावित लोगों की मदद की गई है। नावों, पेशेवर गोताखोरों और अन्य आपातकालीन उपकरणों सहित विशेष बचाव उपकरण तैनात किए जा रहे हैं।

    एसडीआरएफ की इकाइयां सात जिलों पलवल, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल और फरीदाबाद में तैनात की गई हैं, जबकि एनडीआरएफ की टीमें पलवल में अतिरिक्त विशेष सहायता प्रदान कर रही हैं।

    मकान ढहने से मारे गए लोगों के स्वजन को 44 लाख की मदद वित्तायुक्त सुमिता मिश्रा के अनुसार हरियाणा सरकार की ओर से फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर जिलों में मकान ढहने से मारे गए व्यक्तियों के शोक संतप्त परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 44 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई है।

    प्रत्येक परिवार को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी गई है। शहरी क्षेत्रों में जल निकासी हेतु जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को आरक्षित निधि के रूप में 50 लाख रुपये जारी किए गए हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक कवरेज सुनिश्चित हो सके।

    सिंचाई एवं जल संसाधन तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग आवश्यकतानुसार जल निकासी कार्यों में तेजी लाने के लिए पंप सुनिश्चित कर रहे हैं।

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