Updated: Sun, 20 Jul 2025 07:49 PM (IST)
हरियाणा सरकार ने अपराध के आंकड़ों पर स्पष्टीकरण जारी किया है। सरकार के अनुसार पिछले वर्षों की तुलना में अपराध दर में गिरावट आई है। महिलाओं की सुरक्षा साइबर अपराध नियंत्रण और नशा माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं। हत्या डकैती और अपहरण जैसे मामलों में भी कमी आई है। एसटीएफ ने कई अपराधियों और गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा सरकार पर कांग्रेस नेताओं भूपेंद्र सिंह हुड्डा व रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा अपराध बढ़ने के आरोप लगाने के बाद सरकार ने अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के आंकड़े जारी किए हैं। सरकार ने दावा किया कि पिछले वर्षों की तुलना में अपराध दर में उल्लेखनीय गिरावट आई है।
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हरियाणा सरकार के दावे के मुताबिक, प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा, साइबर क्राइम पर नियंत्रण, नशा माफिया के खिलाफ कार्रवाई और गैंग्सटरों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
हरियाणा सरकार की ओर से कहा गया है कि वर्ष 2004 से 2014 के बीच अपराधों में औसतन वार्षिक वृद्धि अधिकतम 18.69 प्रतिशत रही थी, जबकि 2014 से 2024 के बीच स्नैचिंग को छोड़कर अधिकतर मामलों में यह वृद्धि माइनस में रही।
वर्ष 2004 में हत्या के 733 मामले दर्ज हुए थे जो वर्ष 2014 में बढ़कर 1106 हो गए। इनमें वार्षिक वृद्धि 3.81 प्रतिशत दर्ज की गई। वर्ष 2014 में अत्याधिक 1106 मामले थे तो वर्ष 2024 में 966 दर्ज किए गए, जिसकी वार्षिक वृद्धि प्रतिशता 1.22 रही।
साल 2024 और 2025 के आंकड़ों के अनुसार हत्या के मामलों में सात प्रतिशत गिरावट, डकैती में 30.13 प्रतिशत की कमी, झपटमारी में 11.64 प्रतिशत की गिरावट, सेंधमारी (चोरी) में 13.27 प्रतिशत की कमी, सामान्य चोरी के मामलों में 6.55 प्रतिशत की गिरावट, दुष्कर्म के मामलों में 26.14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
अपहरण के मामलों में 16.67 प्रतिशत की कमी तथा छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न के मामलों में 16.90 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। एसटीएफ ने वर्ष 2023 से अब तक 433 मोस्ट वांटेड (इनामी बदमाश), 248 गैंगस्टर और गैंग सदस्य व 792 जघन्य अपराधों में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
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