गर्मी की छुट्टियों के लुत्फ के लिए डबचिक तैयार
दिल्ली-आगरा के मध्य में राष्ट्रीय राजमार्ग पर होडल में स्थित डबचिक पर्यटन स्थल की हरियाली वैसे तो वर्षो से विदेशी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रही है लेकिन यदि आप गर्मी की छुट्टियों में सैर सपाटे की योजना बना रहे हैं तो यहां बच्चे हों या बड़े हर उम्र के लिए भी काफी कुछ है। प्रकृति की ओर से पर्यटन स्थल में ऊंचे वृक्ष सुंदर पार्क डक और पक्षियों की भरमार विदेशी सैलानियों का मन मोह लेते हैं।
सुरेंद्र चौहान, पलवल
दिल्ली-आगरा के मध्य में राष्ट्रीय राजमार्ग पर होडल में स्थित डबचिक पर्यटन स्थल की हरियाली वैसे तो वर्षो से विदेशी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रही है, लेकिन यदि आप गर्मी की छुट्टियों में सैर सपाटे की योजना बना रहे हैं तो यहां बच्चे हों या बड़े हर उम्र के लिए भी काफी कुछ है। प्रकृति की ओर से पर्यटन स्थल में ऊंचे वृक्ष, सुंदर पार्क, डक और पक्षियों की भरमार विदेशी सैलानियों का मन मोह लेते हैं। हैदराबाद सूट और सिक्किम सूट डीलक्स कमरों का जोड़ा एवं मनोरंजन के अन्य साधनों से पर्यटन स्थल का आकर्षण बरकरार है। साथ ही बोटिग का भी मजा ले सकते हैं। झील से बढ़ा आकर्षण
हरियाणा पर्यटन स्थल के अधीन डबचिक पर्यटन स्थल 1975 में स्थापित किया गया था। तब इस पर्यटन स्थल की आधारशिला राज्यपाल बीएन चक्रवर्ती ने रखी थी। कुछ सालों में डबचिक पर्यटन स्थल ने अच्छी ख्याति प्राप्त की, लेकिन इसके पीछे डबचिक की झील को श्रेय जाता है। झील में विचरती जलमुर्गी और बतखों ने झील का सौंदर्य बढ़ाया हुआ था। 1985-86 में झील सूखने के बाद डबचिक पर्यटन स्थल का आकर्षण थोड़ा कम हुआ, लेकिन पर्यटन विभाग ने अन्य साधन जुटाकर सैलानियों का रुझान अपनी ओर बढ़ाया। हालांकि पर्यटकों की मांग और भवन पुराना होने पर करीब चार साल पूर्व डबचिक के भवन को तोड़कर नया बनाया गया। साथ ही झील को दोबारा तैयार किया गया और उसमें बोटिग की व्यवस्था की गई। 23 एकड़ भूमि में फैला है केंद्र
राजधानी दिल्ली से चलकर आगरा की ओर जाने वाले टूरिस्ट लगभग 92 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद अपनी थकान मिटाने के लिए डबचिक पर्यटन स्थल पर रुक सकते हैं। करीब 23 एकड़ भूमि पर फैला डबचिक पर्यटन स्थल खूब हरा भरा है, जिसकी हरियाली ही राजमार्ग से गुजरते लोगों को अपनी खींचती है। विदेशी सैलानियों के लिए पर्यटन स्थल में ठहरने के लिए हैदराबादी ओर सिक्किम सूट नाम से दो डीलक्स कमरों की व्यवस्था है। इन कमरों में घुसते ही हैदराबादी और सिक्किमी का टच दिया हुआ है। डबचिक में करीब 20 कमरे हैं। पर्यटकों के लिए सभी हैं इंतजाम
पर्यटन केंद्र पर विभाग द्वारा हर तरह के लजीज भोजन के लिए रस्टोरेंट, बार, आराम के लिए कोटेज, पार्टी आदि के लिए कॉन्फ्रेंस हॉल, खरीददारी के लिए अन्य प्रदेशों की कलाकृतियों की गिफ्ट शॉप, पेट्रोल पंप की भी व्यवस्था है। साथ ही बेर व अमरूदों का बागीचा भी आकर्षक है। डबचिक के अमरूद तो क्षेत्र में डबचिक के पेड़ों (मिठाई) के नाम से विख्यात हैं। पिछले वर्ष बाग में ही राष्ट्रीय बागवानी उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की गई थी। वहां बच्चों को बागवानी से संबंधित जानकारी भी दिलाई जा सकती है। बच्चों के लिए झूले, छोटी गाड़ियां जैसे कई साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। नया भवन बनने के बाद डबचिक में और ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध हैं। पर्यटकों के लिए केंद्र में अच्छे भोजन और ठहरने के लिए पूरी सुविधा है। डबचिक का वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर अपने आप खींच लेता है। ग्रीष्मकालीन अवकाश को लेकर भी तैयारियां की जा रही हैं।
- सत्यप्रकाश, मैनेजर, डबचिक पर्यटन केंद्र होडल
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