पलवल में मुर्गे के लिए खूनी संघर्ष, अस्पताल और घर तहस-नहस; 11 लोगों पर केस दर्ज
पलवल के करमन गांव में मुर्गा पकड़ने को लेकर हुए विवाद में पति-पत्नी घायल हो गए। आरोपियों ने सरकारी अस्पताल में तोड़फोड़ की और पीड़ितों पर हमला किया। पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राजू के बेटे को मुर्गा पकड़ने पर थप्पड़ मारा गया था जिसके बाद हमलावरों ने उनके घर और अस्पताल में हमला किया।
जागरण संवाददाता, पलवल। होडल थाना क्षेत्र के गांव करमन में मुर्गा पकड़ने को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। मारपीट में पति-पत्नी घायल हो गए। आरोपियों ने सरकारी अस्पताल में भी तोड़फोड़ की और पीड़ितों पर हमला कर दिया।
होडल थाना पुलिस ने 11 नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। करमन गांव के सरकारी स्कूल के सफाई कर्मचारी राजू ने बताया कि 20 अगस्त की रात उसका आठ वर्षीय बेटा अंश मुर्गा पकड़ने का प्रयास कर रहा था। तभी छोटू ने उसके बेटे को थप्पड़ मार दिया।
जब राजू ने इसका कारण पूछा तो छोटू ने पहले उसके बेटे और फिर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। शिकायतकर्ता के अनुसार, कुछ ही देर बाद किशन, अरुण, भोला और जितेंद्र लाठी-डंडों से लैस होकर राजू के घर में घुस आए और उसके परिवार पर हमला कर दिया।
इस हमले में वह और उसकी पत्नी सीमा घायल हो गए। जब वे घायल अवस्था में उपचार के लिए सीएचसी होडल पहुंचे तो वहां भी उनका पीछा किया गया। अनिल, जोगेन, समुद्र, जितेंद्र, छोटू, भोला, साहिल, अरुण, लाखो, राकेश और 10-15 अन्य लोग अस्पताल आए और इमरजेंसी वार्ड में तलवारों, हॉकी, डंडों और पत्थरों से उन पर फिर से हमला कर दिया।
हमलावरों ने न केवल पीड़ितों को बुरी तरह पीटा, बल्कि अस्पताल में भी तोड़फोड़ की। उन्होंने ड्रेसिंग बोर्ड, शीशे और स्टूल तोड़ दिए। अस्पताल का सारा सामान, जैसे पट्टियाँ और रूई, फेंक दिया गया। हमलावरों ने राजू और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी।
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