गजब हाल! मुख्यमंत्री तीन माह पहले कर चुके उद्घाटन, फिर भी पूरा नहीं हुआ स्टेडियम का निर्माण
पलवल जिले के घुघेरा गांव में जिलास्तरीय खेल स्टेडियम का निर्माण अधूरा होने से खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है। मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन के बाद भी स्टेडियम खेल विभाग को नहीं सौंपा गया है। 33 एकड़ भूमि पर 7.18 करोड़ की लागत से बन रहा यह स्टेडियम 2022 में पूरा होना था लेकिन अभी भी अधूरा है।
जागरण संवाददाता, पलवल। पलवल जिले में विकास की योजनाएं समय पर पूरी न होने के कारण लोग सुविधाओं से वंचित हैं। ग्रामीण परिवेश के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए घुघेरा गांव में बन रहे जिलास्तरीय खेल स्टेडियम के निर्माण का कार्य भी पूरा नहीं हो पा रहा है। मुख्यमंत्री के उद्घाटन के तीन माह बाद भी यह स्टेडियम लोक निर्माण विभाग द्वारा खेल विभाग को नहीं सौंपा जा सका है।
बात दें कि 2008 में पलवल के जिला बनने के बाद से ही जिला स्तरीय स्टेडियम की मांग उठ रही थी। खिलाडियों की मांग को देखते हुए घुघेरा गांव की जमीन जिला स्तरीय स्टेडियम के लिए चुनी गई थी। गांव की 33 एकड़ पंचायती भूमि पर खेल स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई थी। इसके निर्माण कार्य का जिम्मा लोक निर्माण विभाग को दिया गया था।
लोक निर्माण विभाग ने एमएस सेकेंट कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी को इसके कार्य का जिम्मा सौंपा। अगस्त 2019 में 7.18 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था। उस समय स्टेडियम का कार्य मई 2022 में पूरा करने की बात कही गई थी। लेकिन निर्माण पूरा होने की डेडलाइन लगातार खिसकती रही।
ग्रामीणों ने पंचायत मंत्री से की थी शिकायत
2022 में ग्रामीणों ने घुघेरा में आए पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली से स्टेडियम का निर्माण कार्य अधूरा होने की शिकायत की थी। शिकायत पर देवेंद्र बबली ने विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई थी। मगर स्थिति जस की तस है।
शहर की अनाज मंडी में मुख्यमंत्री ने किया था स्टेडियम का उद्धघाटन
कई वर्ष के बाद स्टेडियम का निर्माण कार्य पूरा हुआ तो बीती छह जून को शहर की अनाज मंडी में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसका उद्धघाटन किया था। उद्धघाटन की इस घोषणा से खिलाड़ियों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन अभी भी इस स्टेडियम का कुछ निर्माण कार्य बचा हुआ है।
सैंकड़ों खिलाड़ी एक साथ कर सकेंगे अभ्यास
स्टेडियम के बन जाने से फुटबाल, एथलेटिक्स, कबड्डी, क्रिकेट, वालीबाल, हांकी, हैंडबाल, बास्केटबाल सहित अन्य खेलों का अभ्यास हो सकेगा। इसके अलावा कई बड़े खेल कार्यक्रमों भी आयोजित हो सकेंगे।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में नहीं मिला पा रही सुविधाएं
घुघेरा के स्टेडियम के शुरू न होने से फिलहाल खिलाड़ियों को पलवल शहर में बने नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में अभ्यास करने को मजबूर होना पड़ रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में पर्याप्त सुविधा न होने से खिलाड़ियों का अभ्यास प्रभावित हो रहा है। नेताजी चंद्र बोस स्टेडियम में होने वाले प्रशासनिक कार्यक्रम भी खिलाडियों के अभ्यास को प्रभावित करते हैं।
स्टेडियम में कुछ कार्य अभी अधूरा है। इसीलिए अभी खेल विभाग ने इसे टेकओवर नहीं किया गया है। हमारा प्रयास है कि स्टेडियम खिलाड़ियों के लिए जल्द से जल्द शुरू हो। - खुशवंत, जिला खेल अधिकारी
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