पलवल में बिजली विभाग के कर्मचारियों का प्रदर्शन, ऑनलाइन तबादला नीति का किया विरोध
पलवल में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने आदर्श ऑनलाइन तबादला नीति के विरोध में प्रदर्शन किया। यूनियन ने इस नीति को कर्मचारियों के लिए खतरा बताया और दुर्घटनाएं बढ़ने की आशंका जताई। उन्होंने सरकार पर कर्मचारी विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया और चिरायु कार्ड जैसे मुद्दों पर भी सवाल उठाए। यूनियन ने चेतावनी दी है कि मांगें न मानी जाने पर आंदोलन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पलवल। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने निगम की प्रस्तावित आदर्श ऑनलाइन तबादला नीति के विरोध में बुधवार को प्रदर्शन किया। आल हरियाणा पावर कॉरपोरेशन वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर, पलवल सर्कल के अधीन सभी डिवीजनों के कर्मचारियों ने सर्कल कार्यालय पर एकत्रित होकर विरोध जताया और ज्ञापन सौंपा।
यूनियन के पलवल सर्कल सचिव राजेश शर्मा की अध्यक्षता में हुए इस प्रदर्शन का संचालन राज्य सचिव सामून खान ने किया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए एएचपीसी वर्कर्स यूनियन के राज्य उप प्रधान जितेंद्र तेवतिया ने कहा कि यह ऑनलाइन तबादला नीति टेक्निकल और क्लेरिकल कर्मचारियों के लिए खतरा है।
उन्होंने बताया कि इसे लागू करने से कर्मचारियों के साथ दुर्घटनाएं बढ़ने की संभावना है, क्योंकि ज्यादातर कर्मचारियों को दूर-दराज की लाइनों की जानकारी नहीं होती है, और बिजली विभाग का काम बेहद जोखिम भरा है। तेवतिया ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार की नीतियां कर्मचारी विरोधी हैं।
उन्होंने कहा कि निगम मैनेजमेंट और सरकार कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने कच्चे कर्मचारियों के चिरायु कार्ड का मुद्दा भी उठाया, बताते हुए कि पिछले साल उनके वेतन से 1500 रुपये काटे गए थे, लेकिन आज तक उनके कार्ड नहीं बने हैं, जिससे वे और उनके परिवार सही इलाज से वंचित हैं।
यूनियन ने विभाग में आवश्यक संसाधनों की कमी पर भी चिंता व्यक्त की। उनका कहना है कि उपभोक्ताओं के लिए मीटर, ट्रांसफार्मर, केबल और खंभे समय पर उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। इसके अलावा, विभागों में लाखों पद खाली पड़े हैं जिन्हें स्थाई भर्ती से भरने की जरूरत है।
सर्कल अधीक्षक अभियंता की अनुपस्थिति में कर्मचारियों ने सर्कल सुपरिटेंडेंट के माध्यम से बिजली मंत्री को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि आदर्श आनलाइन तबादला नीति पर तुरंत रोक लगाई जाए।
यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 23 अगस्त को रोहतक में राज्य स्तरीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें आगामी आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। विरोध प्रदर्शन में राजन वर्मा, होडल यूनिट प्रधान नरेंद्र सौरोत, पलवल यूनिट प्रधान राजकुमार डागर, नूंह यूनिट प्रधान योगराज दीक्षित सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
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