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    पलवल में रिश्वतखोर असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के खिलाफ एफआईआर, केस में समझौता कराने को प्रधानाचार्य से की थी वसूली

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 04:30 PM (IST)

    पलवल के उटावड़ सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य सुनील यादव ने एएसआई मामचंद पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। प्रधानाचार्य के अनुसार बच्चे से मारपीट के मामले में समझौता कराने के नाम पर एएसआई ने उनसे 34 हजार रुपये लिए लेकिन समझौता नहीं कराया। शिकायत के बाद पुलिस ने एएसआई के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    बच्चे से पिटाई के मामले में एएसआई ने प्रधानाचार्य से ली थी रिश्वत।

    जागरण संवाददाता, पलवल। बच्चे से मारपीट के मामले में राजीनामा कराने के नाम पर उटावड़ सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य से पुलिस अधिकारी ने 34 हजार की रिश्वत ऐंठ ली। उटावड़ थाना पुलिस ने मामले में आरोपी एएसआई के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    मामले में प्रधानाचार्य सुनील यादव ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके विद्यालय में कमरों की कमी के कारण कक्षाएं बरामदें में लगती हैं। विद्यालय का मुख्य दरवाजा गांव के रास्ते पर होने के कारण बाहरी बच्चे अक्सर अंदर आकर पढ़ाई में बाधा डालते थे।

    एक दिन उन्होंने एक बच्चे को डराने के लिए छड़ी से हल्का सा मारा था, ताकि बच्चे दोबारा ऐसी हरकत न करें। उनका उद्देश्य बच्चे को चोट पहुंचाना नहीं था, बल्कि स्कूल में अनुशासन बनाए रखना था।

    इसके एक दिन बाद, उन्हें उटावड़ थाने से फोन आया कि उनके खिलाफ बच्चे की पिटाई की शिकायत मिली है। जांच अधिकारी, एएसआई मामचंद ने उन्हें एक एमएलआर के साथ एक शिकायत की फोटो दिखाई, जिसमें बच्चे के शरीर पर कुछ निशान थे।

    प्रधानाचार्य ने उन निशानों को फर्जी बताते हुए कहा कि ये बाद में जानबूझकर बनाए गए हैं। यादव ने आरोप लगाया कि जांच अधिकारी मामचंद ने शिकायतकर्ता साहून खान से समझौता करने की बात कही। पहले दो लाख रुपये की मांग की, जिसे प्रधानाचार्य ने देने से मना कर दिया।

    प्रधानाचार्य का आरोप है कि बाद में एएसआई मामचंद ने उनसे 24 हजार रुपये नकद और 10 हजार रुपये यूपीआई के माध्यम से ले लिए, यह कहकर कि वह शिकायतकर्ता को 20-25 हजार रुपये में समझौता करने के लिए मना लेंगे।

    लेकिन, पैसे लेने के बाद उन्होंने न तो समझौता करवाया और न ही फोन उठाया। जब प्रधानाचार्य ने तत्कालीन एसएचओ दिनेश कुमार से मुलाकात कर पूरी बात बताई, तो उन्होंने कहा कि मामचंद ऐसा ही है और वह कई लोगों से इसी तरह पैसे लेता है।

    एसएचओ ने समझौता कराने का आश्वासन दिया, लेकिन इसी बीच दोनों का तबादला हो गया। नए एसएचओ और एएसआई रमेश से मुलाकात के बाद, प्रधानाचार्य ने फिर से पूरी घटना बताई। एसएचओ ने जब मामचंद से पैसे लौटाने के लिए कहा, तो उन्होंने एक-दो दिन में पैसे लौटाने का वादा किया, जो उन्होंने नहीं निभाया।

    प्रधानाचार्य सुनील यादव ने बताया कि 17 जुलाई को उन्हें पता चला कि उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद उन्होंने एएसआई के विरुद्ध अपनी लिखित शिकायत पुलिस में दी और पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।

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