जल्द शुरू हो सकता है पलवल का नर्सिंग कॉलेज, GNM और ANM कोर्स में दाखिला ले सकेंगी छात्राएं
पलवल में आठ साल बाद नर्सिंग कॉलेज खुलने की उम्मीद जगी है। डीजी हेल्थ ने इमारत खाली करने के निर्देश दिए हैं पर स्टाफ की कमी के कारण कॉलेज शुरू नहीं हो पाया है। पहले यहां सरकारी दफ्तर चल रहे थे पर अब कॉलेज शुरू करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री के दावे पर विपक्ष ने सवाल उठाए कॉलेज कांग्रेस सरकार में बना था।
कुलवीर चौहान, पलवल। करीब आठ वर्ष बाद जिले में नर्सिंग कॉलेज के शुरू होने की उम्मीद जगी है। दैनिक जागरण द्वारा इस मुद्दे को लगातार प्रमुखता से उठाए जाने के बाद डीजी हेल्थ ने जिला नागरिक अस्पताल परिसर में बनी नर्सिंग कॉलेज की इमारत को खाली करने के निर्देश दिए हैं, ताकि इस इमारत में बच्चे पढ़ सकें। स्टाफ की नियुक्ति नहीं होने के चलते यह कालेज आठ वर्ष से शुरू नहीं हो पाया है। फिलहाल इसमें सिविल सर्जन समेत विभिन्न सरकारी कार्यालय चल रहे हैं।
बता दें कि वर्ष 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने जिले में नर्सिंग कॉलेज शुरू करने का ऐलान किया था। उस समय दावा किया गया था कि छात्राएं जीएनएम और एएनएम कोर्स में दाखिला ले सकेंगी। करीब दस करोड़ की लागत से नर्सिंग कॉलेज की इमारत का निर्माण शुरू हुआ था।
कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए छात्रावास का भी निर्माण किया गया था, ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न आए। करीब आठ वर्ष पहले कॉलेज के लिए इमारतें बनाकर तैयार हो गईं। लेकिन स्टाफ की नियुक्ति न होने के चलते इसमें कक्षाएं शुरू नहीं हो पाईं।
सरकारी कार्यालयों के काम आ रही इमारत
नर्सिंग कॉलेज की शुरुआत नहीं होने से करीब तीन साल पहले इसमें सरकारी कार्यालय शिफ्ट कर दिए गए थे। फिलहाल कॉलेज की इमारत में सिविल सर्जन कार्यालय, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय, खाद्य आपूर्ति विभाग के कार्यालय समेत अन्य कार्यालय चल रहे हैं।
इससे पहले नर्सिंग कॉलेज की इमारत में कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड, वैक्सीनेशन सेंटर और कोरोना सैंपलिंग होती थी। अब डीजी हेल्थ ने सिविल सर्जन कार्यालय को छोड़कर अन्य कार्यालयों को खाली करवाने के निर्देश दिए हैं।
लगातार उठती रही है कॉलेज शुरू करने की मांग
कॉलेज को शुरू करने की मांग लगातार उठती रही है। विधानसभा के साथ-साथ कई बार विधायकों के अलावा स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री के सामने भी उठ चुकी है, मगर कॉलेज शुरू करने की दिशा में कोई तेजी नहीं लाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने किया निर्माण का दावा तो विपक्ष ने बनाया मुद्दा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बीती छह जून को शहर की अनाज मंडी में हुई जनसभा में नर्सिंग कॉलेज के निर्माण का श्रेय लिया तो यह मुद्दा विपक्ष के नेताओं की जुबान पर आ गया। कांग्रेस नेता करण दलाल ने सैनी के बयान पर कहा कि कॉलेज का निर्माण तो कांग्रेस सरकार ने कराया था।
भाजपा सरकार तो स्टाफ की नियुक्ति तक नहीं कर पाई थी,जिसके चलते यह शुरू नहीं हो पाया है। वहीं आजाद समाज पार्टी से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हरित बैंसला ने तो मुख्यमंत्री से मिलकर असलियत उनके सामने रखी थी।
डीजी हेल्थ ने निर्देश दिए हैं कि नर्सिंग कॉलेज की इमारत के एक हिस्से को खाली कराया जाए, ताकि इसमें नर्सिंग कॉलेज शुरू किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारी कर रहा है। - डॉ. जयभगवान जाटान, सिविल सर्जन
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।