दिल्ली-NCR में यहां पर अधिकारियों ने की ताबड़तोड़ छापामारी, कई दुकानों के लाइसेंस रद
पलवल में कृषि विभाग ने खाद बीज और कीटनाशक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए छापेमारी की। कई दुकानों पर अनियमितताएं मिलने पर उनके लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं और कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। अधिकारियों ने कालाबाजारी और किसानों के शोषण के खिलाफ सख्त चेतावनी दी है। कृषि विभाग की छापेमारी लगातार जारी रहेगी।

जागरण संवाददाता, पलवल। जिले में खाद, बीज और कीटनाशक दवाइयों की उपलब्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कृषि विभाग ने बुधवार को कई विक्रेताओं पर छापेमारी की कार्रवाई की है।
निदेशालय स्तर के अधिकारी डॉ राकेश पोरिया, उप-कृषि निदेशक डॉ अनिल सहरावत और उपमंडल कृषि अधिकारी डा अजीत सिंह की संयुक्त टीम ने पलवल शहर में स्थित खाद विक्रेताओं की दुकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। इसके अलावा खंड स्तर पर भी छापेमारी की गई।
छापेमारी की सूचना मिलते ही कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं, लेकिन टीम ने बंद दुकानों को भी खुलवाकर उनके स्टाक का मिलान किया। जांच में मनोज ट्रेडिंग कंपनी, आरके सीड एंड पेस्टीसाइड, गोयल खाद भण्डार और हेमचंद एंड सन्स का रिकार्ड दुरुस्त पाया गया।
कई दुकानों में मिली खामियां, लाइसेंस निलंबित
इस अभियान के तहत हसनपुर में खंड कृषि अधिकारी देवेंद्र कुमार ने तेवतिया ट्रेडिंग कंपनी, बांके बिहारी जी खाद बीज भण्डार, श्री महादेव खाद बीज भण्डार, पुनीत खाद बीज भंडार, श्री बालाजी इंटरप्राइजेज और जय किसान खाद बीज भण्डार का निरीक्षण किया, जहां खामियां पाई गईं।
इसी तरह होडल में खंड कृषि अधिकारी सुभाष चंद ने गणपति खाद भंडार और गर्ग फर्टीलाइजर का निरीक्षण किया और हथीन में खंड कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार ने इमरान खाद भंडार उटावड़, पवित्रा ट्रेडिंग कंपनी कोंडल, अंश खाद बीज भंडार और विक्की खाद बीज भंडार का निरीक्षण किया, जहां भी अनियमितताएं मिलीं।
विभाग द्वारा इन सभी खाद विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए गए हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनके द्वारा कोई संतोषजनक जवाब प्राप्त नहीं होता है तो उनके लाइसेंस पूरी तरह से रद्द कर दिए जाएंगे।
उप-कृषि निदेशक डा अनिल सहरावत ने बताया कि कृषि विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ दुकानदार यूरिया खाद का स्टाक करके उसकी कालाबाजारी कर रहे हैं, जिससे किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई खाद या दवा विक्रेता कालाबाजारी करता पाया गया तो उसके विरुद्ध कड़ी विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों का किसी भी प्रकार से शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और यदि कोई दुकानदार खाद के साथ जबरदस्ती कोई दवाई लगाकर देता है तो शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पंचकूला के विपणन अधिकारी डा. राकेश पोरिया ने बताया कि विभाग की तरफ से इस प्रकार की छापेमारी लगातार जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि यदि खाद और दवाई की कालाबाजारी या गुणवत्ता संबंधी कोई भी अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित दुकानदार के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने सभी खाद विक्रेताओं को अपने रिकॉर्ड दुरुस्त रखने, कालाबाजारी न करने और किसी अन्य उत्पाद को किसान को जबरदस्ती न बेचने की हिदायत दी है।
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