Palwal News: सिविल अस्पताल में जन्मे 23 कान्हा और राधा, जन्माष्टमी पर खुशी हुई दोगुनी
पलवल में जन्माष्टमी के अवसर पर जिला नागरिक अस्पताल में 23 बच्चों का जन्म हुआ जिनमें 12 लड़के और 11 लड़कियां हैं। अलीगढ़ की अलका देवी ने बेटी को जन्म दिया जिसका नाम किशोरी रखा जाएगा वहीं छपरोला की कोमल ने बेटे को जन्म दिया जिसका नाम कान्हा रखा जाएगा। कई परिवारों ने शुभ मुहूर्त में संतान प्राप्ति के लिए ऑपरेशन भी कराए।

अशोक कुमार यादव, पलवल। शनिवार को जन्माष्टमी की धूम रही। हर कोई श्रीकृष्ण के जन्माेत्सव की तैयारियों में जुटा रहा। हर तरफ जश्न जैसा माहौल नजर आया। ऐसे में जिला नागरिक अस्पताल भी अछूता नहीं रहा। यहां भी इस पावन मौके पर माहौल खुशनुमा दिखा।
शुकवार की रात से लेकर शनिवार रात तक अस्पताल में 23 बच्चों ने जन्म लिया। जिनमें से 12 कान्हा तथा 11 राधा रानी ने जन्म लिया है। जन्माष्टमी के दिन बच्चों के जन्म लेने से माता पिता से लेकर पूरा परिवार गदगद दिखा।
अलग अलग इलाके से आई इन महिलाओं ने अपने बच्चों को थोड़े से अंतराल पर जन्म दिया। जन्में बच्चों के परिवार वालों ने नए मेहमान को कान्हा कहकर पुकारा। इसके अलावा लोगों ने मुरारी तो किसी ने गोपाल तथा राधा या फिर उनके पर्यायवाची रूप रखने की बात कही है। जन्माष्टमी पर्व पर पैदा हुए लड़का और लड़की की खुशी में स्वजनों ने पंचवटी मंदिर में मत्था टेककर दीर्घाआयु की कामना की।
बेटा होने पर परिवार में छाई खुशी
जिला अस्पताल में अलीगढ़ निवासी अलका देवी ने 12 बजकऱ10 मिनट पर बेटी को जन्म दिया। जिसके बाद परिवार खुशी से झूम उठा। उसकी सात रामकली ने तत्काल बेटी को राधा कहकर उसका परिवार में स्वागत किया।
अलका देवी ने बताया कि उनके घर में पहले से ही एक बेटी का नाम राधा है। बेटी भी जन्माष्टमी पर हुई है इसलिए नई मेहमान का नाम राधा के पर्यायवाची के नाम पर किशोरी रखा जाएगा।
बेटे का नाम रखा गया कान्हादूसरी डिलीवरी छपरोला गांव निवासी काेमल की हुई है। कोमल ने रात्रि पौने एक बजे बेटे को जन्म दिया। काेमल के पति तथा सास ने बताया कि वह अपने नए मेहमान का नाम कान्हा रखेंगे। कान्हा के आने से उनके परिवार में खुशी का माहौल है।
जग के पालन हारे पर होगा नामकरण
जवाहर नगर कैंप निवासी शिवानी ने रात्रि सवा दो बजे बेटे को जन्म दिया, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। पूछने पर बताया कि शिवानी ने बताया कि कान्हा के जन्मोत्सव पर जहां देश दुनिया जग के पालन हारे के आगमन को लेकर खुशी मना रही है, इसी दौरान नए मेहमान ने आकर मेरे परिवार में खुशी दोगुनी हो गई।
पहले से तय था आपरेशनकृष्ण जन्म के शुभमुहूर्त में संतान का जन्म हो, इसके लिए कई लोगों ने निजी अस्पतालों में पहले से ही डिलीवरी कराना तय कर लिया था। एक निजी अस्पताल में मृणाल ने बताया कि उनकी पत्नी संजना को शनिवार को सुबह दो बजे आपरेशन से पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई।
ऑपरेशन कराना तय था। इसलिए हमने जन्माष्टमी का शुभमुहूर्त चुना। शहर के एक निजी अस्पताल संचालक ने बताया कि यह वही मामले थे, जो एक-दो दिन आगे-पीछे होने वाले थे। इनकी डिलीवरी अष्टमी को कराई गया है।
जिला नागरिक अस्पताल के एसएमओ डॉ. सुरेश बुरोलिया ने बताया कि अस्पताल में सभी डिलीवरी नार्मल हुई है। जन्माष्टमी को लेकर जिला नागरिक अस्पताल पहले ही तैयार था। उन्होंने लोगों से अपील की वे अपने ज्यादा से ज्यादा जिला नागरिक अस्पताल में डिलीवरी कराएं। उन्होंने कहा कि जिला नागरिक अस्पताल में सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।