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    पलवल में बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर का दिल बैठा, खेत में गिरे और हृदय गति रुकने से मौत

    पलवल के हथीन में जमीनी विवाद के दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। इंस्पेक्टर उमर मोहम्मद की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग की जिसमें पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे। पलवल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा।

    By kulveer singh chauhan Edited By: Kushagra Mishra Updated: Fri, 20 Jun 2025 05:56 PM (IST)
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    पुलिस की बदमाशों के साथ मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर की हृदयगति रुकने से हुई मौत

    जागरण संवाददाता, पलवल:  बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान हथीन एवीटी प्रभारी इंस्पेक्टर उमर मोहम्मद का हार्ट फेल हो गया और उनकी मौत हो गई।

    पुलिस की टीम जमीन के विवाद में झगड़े की सूचना पाकर नांगल जाट गांव पहुंची थी। आरोपितों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी और खेत के रास्ते फरार हो गए।

    उसी दौरान आरोपितों का पीछा करते हुए उमर मोहम्मद अचानक अचेत होकर गिर पड़े और उन्होंने दम तोड़ दिया। शुक्रवार को इंस्पेक्टर के शव का जिला नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया ।

    नूंह होडल रोड पर जमीन को लेकर था विवाद

    मामले में नांगल जाट के रहने वाले रामबीर ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके पास नूंह-होडल रोड पर लगभग छह एकड़ जमीन है, जिसमें से दस कनाल उन्होंने हरियाणा पुलिस में एसपीओ आरोपित बुधराम से खरीदी थी और बाकी पर वे कानूनी रूप से काबिज हैं।

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    19 जून को बुधराम, धर्मबीर, विक्रम, कृष्ण, बल्ली, और अन्य साथी अवैध हथियारों के साथ उनके खेत में जबरदस्ती ट्रैक्टर से जुताई करने आए। विरोध करने पर उन्होंने हमला कर दिया और धमकी दी कि अगर खेत में आने की कोशिश की तो जान से हाथ धोना पड़ेगा।

    उसने तुरंत डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन हमलावर पुलिस के आने के बाद भी जुताई करते रहे। जब पुलिस ने वीडियो बनाना शुरू किया, तो वे धमकी देकर भाग गए।

    हत्या के मामले में फरार चल रहे जयपाल और उसके साथ घर में घुसे

    शिकायतकर्ता के अनुसार लगभग एक घंटे बाद दोपहर करीब 12 बजे कार में हत्या के मामले में फरार चल रहे जयपाल और उसके दो नकाबपोश साथी रामबीर के घर में घुस आए।

    जयपाल ने रामबीर पर कट्टा तान दिया और घर के सीसीटीवी कैमरे बंद करवा दिए। उसके साथियों के पास भी कट्टे और पिस्टल थे।

    जयपाल ने धमकी दी कि घर में जितने भी पैसे हैं, वो दे दो, और अब से खेत वही लोग जोतेंगे। उसने यह भी कहा कि अगर दोबारा खेतों पर गए, तो उन्हें गोलियों से भून दिया जाएगा।

    बदमाशों ने भागने के दौरान पुलिस पर कर दी फायरिंग

    रामबीर ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। मौके पर बहीन थाने की पुलिस और एवीटी हथीन की टीम पहुंची। इसी दौरान आरोपितों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एएसआई वीरेंद्र सिंह और रविंद्र बाल-बाल बचे।

    आरोपित जयपाल रामबीर के घर से निकलकर भागा और पुलिस पार्टी पर दोबारा फायरिंग की। जयपाल का पीछा करते समय निरीक्षक उमर मोहम्मद अचानक अचेत होकर गिर पड़े।

    एसआई हकीमुद्दीन और अन्य साथियों ने पीछा जारी रखा और अपनी आत्मरक्षा में तीन हवाई फायर किए। इस दौरान जयपाल के साथी ने भी पुलिस पर फायर किए।

    गांव की तंग गलियों में घुसकर बदमाश हुए फरार

    बाद में जयपाल और उसका साथी गांव नांगल जाट की तंग गलियों में घुसकर फरार हो गए। एसआई हकीमुद्दीन ने देखा कि निरीक्षक उमर मोहम्मद खेत में अचेत पड़े थे।

    उन्हें तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। इस हमले में सिपाही विनोद और सिपाही रोहित भी घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    बहीन थाना पुलिस ने मामले में किसान रामबीर और पुलिस पर हुए जानलेवा हमले में एसआई हकीमुद्दीन की शिकायत पर दो मुकदमे दर्ज किए हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपित गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।