Palwal News: जिला अस्पताल में मरीजों की आफत, 2 दिन से नहीं हो रहे एक्सरे और सीटी स्कैन
पलवल के नागरिक अस्पताल में एक्सरे और सीटी स्कैन मशीनें खराब होने से मरीजों को परेशानी हो रही है। दो दिनों से मशीनें बंद हैं जिससे घायलों और अन्य मरीजों को निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार तकनीकी खराबी को जल्द दूर कर लिया जाएगा लेकिन मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

जागरण संवाददाता, पलवल। जिला नागरिक अस्पताल में फैली अव्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। अब बीते दो दिनों से अस्पताल में खराब पड़ी एक्सरे मशीन के रीडर और सीटी स्कैन करने वाली मशीन की ट्यूब को सही नहीं कराया जा सका है। मशीनों के बंद होने से मरीज दर-दर भटक रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार तकनीकी एक्सपर्ट को सूचना दी गई है, जल्द ही मशीन सही कर दी जाएंगी।
बुधवार को एक्सरे कराने पहुंचे मरीज जब अस्पताल पहुंचे तो काफी समय तक इंतजार के बाद उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। मरीजों ने जब अस्पताल कर्मियों से पूछा तो उन्हें जवाब तकनीकी खराबी का हवाला दिया गया। कुछ मरीजों को निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है तो कुछ मरीज घर लौट गए।
सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को हो रही है, जिनको लड़ाई-झगड़े में घायलों को हुईं। झगड़े में घायल हुए मरीज को मेडिकल लीगल रिपोर्ट (एमएलआर) लेने के लिए सरकारी अस्पताल में ही एक्सरे और सीटी स्कैन कराना होता है। वहीं सड़क हादसों और हमलों में घायलों को तुरंत एक्सरे और सीटी स्कैन की सबसे अधिक आवश्यकता होती है।
सीटी स्कैन में गंभीर अंदरूनी चोट होने पर मरीजों को हायर सेंटर के लिए रेफर किया जाता है। गन शाट में घायल मरीजों का भी तुरंत एक्सरे करना पड़ता है। अब अस्पताल में एक्सरे और सीटी स्कैन की सुविधा बंद होने से ऐसे मरीजों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है।
फरवरी माह में खत्म हुई रीडर की वारंटी
बता दें कि एक्सरे मशीन के रीडर की वारंटी पांच साल बीतने के बाद फरवरी माह में ही खत्म हो चुकी है। रखरखाव के लिए नया अनुबंध करने के लिए भी लिखा गया है।मगर तीन माह बाद भी अनुबंध नहीं हो पाया है। ऐसे में अब एक्सरे मशीन के रीडर को दुरुस्त कराना अस्पताल प्रशासन द्वारा मुश्किल हो रहा है।
हर दिन 150 से ज्यादा होते हैं एक्स-रे और सीटी स्कैन
पलवल जिला उत्तर प्रदेश व राजस्थान की सीमा से सटे होने के कारण जिला नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन ढाई हजार से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। हर दिन 150 से ज्यादा मरीज जिला अस्पताल के एक्सरे के लिए पहुंचते हैं। वहीं 100 के करीब सीटी स्कैन किए जाते हैं।
बाहर खर्च करने पड़ रहे रुपये
वैसे तो सरकारी अस्पताल में मरीजों को फ्री में एक्सरे जांच की सुविधा है। इसी के साथ सीटी स्कैन बीपीएल धारकों के लिए मुफ्त होता है। जबकि, अन्य वर्गों के लिए यहां छूट होती है। जबकि, यही जांच निजी सेंटर में तीन सौ से चार सौ रुपये में होती है। वहीं सिटी स्कैन के लिए 1500 से दो हजार देने पड़ते हैं।
क्या बोले लोग?
दो दिनों से लगातार अस्पताल आ रहा हूं । मगर एक ही जवाब मिलता है कि मशीन खराब है। - कौशल, दुर्गापुर
किराया भाड़ा खर्च कर अपनी बेटी का उपचार कराने अस्पताल आया था। यहां डाक्टर ने सीटी स्कैन कराने के लिए लिखा है, लेकिन यहां यह पता चला कि मशीन खराब है। - धर्म सिंह, लुलवाड़ी
पति का इलाज कराने आई हूं । मगर अस्पताल आकर पता चला कि मशीन खराब है। अब पैसे नहीं है कि बाहर से सीटी स्कैन करा सकूं। - कमला, पिंगोड
मामला हमारे संज्ञान में है। अगले एक-दो दिन में दोनों ही मशीन ठीक करा ली जाएंगी। फिलहाल मरीजों को आसपास की लैब के लिए रेफर किया जा रहा है।- डॉ. जय भगवान जाटान, जिला सिविल सर्जन
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