हरियाणा में कपास किसानों की बल्ले-बल्ले, सरकार दे रही हजारों रुपये की सब्सिडी
कृषि विभाग ने कपास किसानों के लिए सूक्ष्म पोषक तत्वों और कीट प्रबंधन पर सब्सिडी के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। किसान 2 एकड़ तक की भूमि के लिए प्रति एकड़ 2000 रुपये या 50% तक का अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण और 30 सितंबर 2025 तक बिल अपलोड करना अनिवार्य है। किसानों से अंतिम तिथि तक आवेदन करने का आग्रह किया गया है।
जागरण संवाददाता, पलवल। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पलवल के उपनिदेशक डॉ. अनिल सहरावत ने बताया कि हरियाणा सरकार ने कपास की खेती के लिए सूक्ष्म पोषक तत्वों एवं एकीकृत कीट प्रबंधन पर अनुदान के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।
उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने कपास की फसल बोई है, उन्हें फसल में सूक्ष्म पोषक तत्वों एवं कीट प्रबंधन के प्रयोग के लिए अधिकतम 2 एकड़ के लिए 2,000 रुपये प्रति एकड़ या 50 प्रतिशत, जो भी कम हो, अनुदान प्रदान किया जाएगा। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर पंजीकृत किसानों की सत्यापित फसल के आधार पर किसान द्वारा agriharyana.gov.in पोर्टल पर आवेदन करने के साथ-साथ कपास की फसल में प्रयोग किए गए सूक्ष्म पोषक तत्वों एवं कीटनाशकों के बिल अपलोड करना भी अनिवार्य है।
जो किसान बिल अपलोड नहीं करेंगे, उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा। आवेदन करने एवं बिल अपलोड करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 निर्धारित की गई है। उन्होंने जिले के सभी कपास उत्पादक किसानों से अपील की है कि वे निर्धारित तिथि तक आवेदन करें और योजना का लाभ उठाएं।
सहायक तकनीकी प्रबंधक अतुल शर्मा ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि कृषि संबंधी सभी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसान को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। अभी तक जिले के लगभग 24 हजार 700 किसानों द्वारा 1 लाख 52 हजार एकड़ भूमि का ही पंजीकरण करवाया गया है।
उन्होंने सभी किसानों से आग्रह किया है कि वे पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2025 तक पोर्टल पर अपना पंजीकरण अवश्य करवा लें, ताकि वे विभाग से संबंधित योजनाओं का लाभ उठा सकें।
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