KMP Expressway का हो गया ऐसा हाल... खतरे में लोगों की जान; भारी भरकम वसूलते हैं टोल
केएमपी एक्सप्रेसवे (KMP Epressway) पर सफर करना यात्रियों के लिए खतरे से खाली नहीं है। भारी टोल वसूलने के बावजूद सड़क की हालत खस्ता है। टूटी सड़क अवैध कट स्ट्रीट लाइट का अभाव और सड़क किनारे खड़े वाहन हादसों को आमंत्रित कर रहे हैं। जिला उपायुक्त के निर्देशों के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। आगे विस्तार से पढ़िए पूरी खबर।

कुलवीर चौहान, पलवल। केएमपी एक्सप्रेसवे का सफर यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। भारी भरकम टोल वसूलने के बावजूद भी केएमपी एक्सप्रेसवे बदहाल हालत में है। एक्सप्रेस पर टूटी सड़क, अवैध कट, स्ट्रीट लाइट का न होना व सड़क किनारे खड़े वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं। यह हालात बीते कई वर्षों से हैं, लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहीं।
गांव के लिंक रोड की तरह हो गई एक्सप्रेसवे की हालत
बता दें कि केएमपी-केजीपी एक्सप्रेस वे की शुरुआत करते समय कहा गया था कि एक्सप्रेस पर सफर पूरी तरह से सुरक्षित और सुगम रहेगा। यह भी कहा गया था कि गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से फर्राटा भर सकेंगी। लेकिन एक्सप्रेसवे की हालत किसी गांव के लिंक रोड की तरह हो गई है।
एक्सप्रेसवे पर हो रहे हैं हादसे
जिला उपायुक्त भी कई बार बैठक सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में टूटी सड़कों के निर्माण, अवैध कट बंद करने व अवैध ढाबों को हटाने के निर्देश देते रहे हैं। लेकिन इन निर्देशों का असर जिम्मेदारों पर नहीं पड़ रहा है। एक्सप्रेस वे की इस दयनीय हालत की वजह से आज 120 की स्पीड तो दूर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार में भी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
बेहद खराब हुई एक्सप्रेसवे की हालत
एक्सप्रेसवे के हालत इस कदर खराब हैं कि सड़क जगह-जगह से उखड़ गई है और कई स्थानों पर गड्ढों बने गए हैं। कई जगह से सड़क का बड़ा हिस्सा भी गायब हो चुका है और सड़क कहीं नजर ही नहीं आती। जगह-जगह अवैध कट और बेसहारा पशुओं का जमावड़ा हादसों का कारण बनता है। एक्सप्रेसवे की लाइट कई स्थानों पर खराब अवस्था में हैं।
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वहीं, कई स्थानों पर लाइट लगाने की जहमत ही नहीं उठाई गई है। इससे रात के समय एक्सप्रेस वे पूरी तरह अंधेरे में डूब जाता है। रात के समय रोशनी न होने के कारण राहगीरों को उखड़ी सड़क और गड्ढे दिखाई भी नहीं देते हैं। कई बार तो वाहन क्षतिग्रस्त और चालक गंभीर रूप से घायल भी हो चुके हैं। कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।
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सड़क किनारे खड़े रहते हैं भारी वाहन
केएमपी पर सबसे ज्यादा आवागमन भारी वाहनों का रहता है। अधिकांश समय बड़े ट्रक जगह-जगह सड़क किनारे खड़े देखे जा सकते हैं। ज्यादातर तो ये वाहन उन स्थानों पर खड़े नजर आते हैं, जहां सड़क किनारे लोगों ने ढाबे बना रखे हैं। वाहन चालक वाहनों को सड़क पर खड़ा कर नीचे उतरकर चाय व खाना खाने चले जाते हैं। ऐसे में तेज रफ्तार से आ रहे वाहन इनसे टकरा जाते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं।
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केएमपी के साथ जिले की सभी जर्जर सड़कों के निर्माण के समय-समय पर निर्देश दिए जाते हैं। एक्सप्रेसवे पर लगातार सड़क की मरम्मत की जाती है और सड़क किनारे अतिक्रमण हटाया जाता है। अगर कहीं कोई परेशानी है तो उसे दूर कर लिया जाएगा। - डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ, जिला उपायुक्त

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