दिल्ली-NCR के इस 25 KM मार्ग पर जरा संभलकर करें सफर, जान जाने के पूरे हैं इंतजाम
Hathin Palwal Road पलवल के हथीन-पलवल मार्ग पर 25 किलोमीटर का सफर खतरनाक है। सड़क पर गड्ढे अंधे मोड़ और टूटे सीवर ढक्कन हादसों का कारण बन रहे हैं। स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से शिकायत की है लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ है। टूटे ढक्कनों के कारण दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द ही समस्या का समाधान करेंगे।

अशोक कुमार यादव, पलवल।Hathin Palwal Road: 25 किलोमीटर लंबे हथीन-पलवल मुख्य सड़क मार्ग पर निकल रहे हैं तो संभलकर। कार से चल रहे हैं या फिर बाइक अथवा अन्य वाहन से हों। सड़क पर अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क रहिए। फर्राटा भरने के दौरान कहां गड्ढे, अंधे मोड़, अवैध कट, ब्लैक स्पाट पर हादसा हो जाए, इसकी अवश्य फिक्र करें।
ज्यादातर सड़क फिटनेस में फेल हैं। इस रोड पर जगह-जगह मौत के इंतजाम हैं। सबसे अहम सड़क मार्ग पर काल बनकर पिछले दो साल से खड़े सड़क बनाने वाले वाहन जैसे हाट मिक्सर, रोड रोलर भी जीवन के साथ खिलवाड़ करते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी नहीं है जिले में विकास कार्य नहीं हुए हो, मगर अधिकारियों की लापरवाही के चलते विकास कार्यों का असर धरातल पर दम टूटता दिखाई दे रहा है।
विकास कार्यों की दुर्दशा देखनी है, तो हथीन को शहर पलवल से जोड़ने वाले मु्ख्य मार्ग पर देखने को मिल जाएगी। इसको बने अभी दो साल भी नहीं बीते हैं। इसपर नगर परिषद की सीमा के अंतर्गत आने वाले रायपुर गांव के समीप रोड के बीचों बीच बने सीवर के टूटे ढक्कन अनजान राहगीरों के लिए हादसों का कारण बन रहे हैं।
बता दें कि करीब दो साल पहले इस सड़क मार्ग को हरियाणा राज्य रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन (एचएसआरडीसी) द्वारा बनाया गया है। इसके बीचोंबीच नगर परिषद द्वारा बीएमपीएल कंपनी की ओर से गांव रायपुर तक बेतरतीब ढंग से सीवरेज लाइन डाल दी गई है।
कहीं सीवरेज रोड से चार से पांच इंच तक ऊंचे बना दिए हैं, तो कही पर गहरे गड्ढे सीवरेज के ढक्कन लगे हुए हैं, तो कहीं सीवरेज के ढक्कन ही गायब हैं।
स्थानीय निवासी व इन समस्या को लेकर ना केवल नगर परिषद के उच्चाधिकारियों व क्षेत्र के पार्षदों से गुहार लगा चुके हैं, अपितु वे विभिन्न माध्यम से कई बार रोष प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है।
चाहे वह रायपुर पेट्रोल पंप के समीप बने सीवर मेन होल हों या फिर हथीन पलवल रोड स्थित सेक्टर 12 के समीप बने मैन होल हों। इन क्षेत्रों में सीवर के मैनहोल टूटे पड़े हैं। कभी भी कोई भयंकर दुर्घटना घटित हो सकती है।
ग्रामीणाें का कहना है कि इन सीवर के मैनहोल में दोपहिया वाहन चालक गिर कर चोटिल भी हो चुके हैं। खुले हुए सीवरों की शिकायत क्षेत्र के पार्षद व नगर परिषद के अधिकारियों से कई बार की है, लेकिन समस्या जस की तस है।
रायपुर के पास पिछले कई दिनों से सीवर का ढक्कन टूटा पड़ा है। इस सीवर के गड्ढे की गहराई करीब दस फीट से अधिक है। लोगों का कहना है कि इस खुले गड्ढे में अगर कई सवारी रात में गिर जाए तो उसकी मौत निश्चित है,क्योंकि खुला सीवर आबादी से बाहर है।
सड़क मार्ग तो बढ़िया बना दिया है, मगर रोड पर बने सीवरेज के ढक्कन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। आए दिन इन सीवरेज के कारण कोई न कोई दुर्घटना घटित होती रहती है। पारस जैन
रोड पर क्षतिग्रस्त पड़े सीवरेज के ढक्कनोंं को लगवाने के लिए कई बार नगर परिषद को अवगत कराया गया है, मगर काेई सुनवाई नहीं हो रही। सुरेंद्र जैन
इस मार्ग पर रात को पहली बार गुजरना किसी हादसे को निमंत्रण देने जैसा है।क्योंकि ये सीवरेज के ढक्कन रात को दिखाई नहीं देते हैं। आए दिन लोगों की गाड़ियां इन सीवरेज के ढक्कनों से टकराकर असंतुलित होती हैं। नोमान, ड्राइवर
जब जिला नगर आयुक्त मनीषा शर्मा से हथीन-पलववल सड़क मार्ग पर क्षतिग्रस्त सीवरेज के ढक्कनों के बार में बात की। उनका कहना है कि वैसे इस बारे में इन सीवरेज के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वैसे सीवरेज का कार्य जन स्वास्थ्य विभाग देखता है।
जब उन्हें बताया कि गया इस सीवरेज लाइन को नगर परिषद द्वारा डलवाया गया है। इसके बाद उन्होंने कहा कि वे संबंधित अधिकारियों से जांच कराकर क्षतिग्रस्त पड़े सीवरेज के ढक्कनों को शीघ्र बदलवा दिया जाएगा।
इस बारे में एचएसआरडीसी केे कार्यकारी अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि टूटी सीवर लाइन के चलते रोड भी खराब हो रही है।
नगर परिषद को इसके लिए पत्र भी लिखा जा चुका है।एक बार फिर रिमाइंडर भेजकर नगर परिषद से क्षतिग्रस्त सीवरों को ठीक कराने के लिए कहा जाएगा।

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