सूक्ति लेखन में 40 विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
संवाद सहयोगी, पलवल : सरस्वती महिला महाविद्यालय में जारी संस्कृत सप्ताह के तहत शुक्रवार को सूक्त
संवाद सहयोगी, पलवल :
सरस्वती महिला महाविद्यालय में जारी संस्कृत सप्ताह के तहत शुक्रवार को सूक्ति लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 40 छात्राओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्कृत विभाग अध्यक्ष अनिता कौशिक ने की। प्रतियोगिता के तहत जो सूक्तियां पसंद की गई, उनमें वे उत्तम पुत्र हैं, जो पिता की सेवा करते हैं। वे उत्तम पिता हैं, जो अपनी संतान का पालन करते हैं। वहीं परम मित्र हैं, जिसके प्रति विश्वास रहता है। वहीं श्रेष्ठ पत्नी है, जिससे सुख व शांति मिलती है। दुर्जन में और सांप में से सांप ही अच्छा होता है, दुर्जन नहीं, क्योंकि सांप तो समय आने पर ही काटता है, परंतु दुर्जन तो कदम कदम पर कष्ट देता है, जिसको धर्म अर्थ काम मोक्ष इन चारों में से एक भी प्राप्त नहीं हैं, वह मानव होने पर बार बार जन्म लेकर केवल मृत्यु को प्राप्त होता है।
डाक्टर अनिता कौशिक ने कहा कि जीवन समाप्त हो जाता है, परंतु इच्छाएं समाप्त नहीं होती। अत: सदाचरण के साथ ही जीवन व्यतीत करना चाहिए। इस अवसर पर सुषमा, लक्ष्मी, काजल, सुनीता, पूजा, पूनम, नीतू, रेनू, संध्या, मीनाक्षी, निर्मला, ¨पकी आदि छात्राएं मौजूद थी जबकि श्रुति, पारुल, भावना भारद्वाज, शिखा, चंचल रानी भी मौजूद थी।
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