अतीत से : चर्चा किसी की बना कोई नप का अध्यक्ष
फोटो 13 संजीव मंगला, पलवल चर्चा तो थी कि नगर परिषद का अध्यक्ष चंदी राम गुप्ता व बलराम गुप्ता
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संजीव मंगला, पलवल
चर्चा तो थी कि नगर परिषद का अध्यक्ष चंदी राम गुप्ता व बलराम गुप्ता में से कोई बनेगा, परंतु अध्यक्ष बने केशव देव मुंजाल। वह भी सर्वसम्मति से।
पार्षदों ने अपनी राय विधायक करण ¨सह दलाल को बताकर अध्यक्ष पद का निर्णय उन्हीं पर छोड़ दिया। दलाल ने मुंजाल के हक में निर्णय सुनाया। उपाध्यक्ष सर्वसम्मति से मोहिनी शर्मा को चुना गया। ऐसा हुआ था वर्ष 2005 में। उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तथा करण दलाल कांग्रेस से विधायक थे। 31 में से 28 पार्षद दलाल धड़े के साथ थे। केवल तीन पार्षद दलाल विरोधी खेमे में थे। इस चुनाव में दलाल के भाई प्रेम दलाल को हार का सामना करना पड़ा था।
नगर परिषद चुनाव के बाद यह आशा व्यक्त की जा रही थी कि दलाल तब अपने खास समर्थक माने जाने वाले चंदी राम गुप्ता को अध्यक्ष पद से नवाज सकते हैं। बाद में इस पद के लिए बलराम गुप्ता का नाम भी चलने लगा। दोनों अपने अपने पक्ष में ला¨बग करने लगे। कुछ दिन बाद मतदान की तिथि आ गई।
दलाल धड़े के पार्षद फरीदाबाद की बड़खल झील पर एकत्रित हुए। वहां करण दलाल भी पहुंचे तथा पार्षदों के सम्मान में डिनर का आयोजन किया। दलाल ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष किसे बनाया जाए, इस विषय पर पार्षदों की राय भी ली। निर्णय लिया गया कि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए नाम मतदान से ऐन पहले घोषित किए जाएंगे।
मतदान वाले दिन न्यू कालोनी स्थित अभिनंदन बैंक्वेट हाल में सभी पार्षदों को बुलाया गया। सभी के सम्मान में भोज दिया गया। औपचारिकताएं पूरी करके दलाल ने अध्यक्ष पद के लिए दूसरी बार पार्षद बने केशव देव मुंजाल व उपाध्यक्ष पद हेतु मोहिनी शर्मा के नाम का एलान किया। हालांकि अध्यक्ष पद के लिए मुंजाल का नाम चर्चा में नहीं था। वहीं से सभी पार्षद एकत्रित होकर टाउन हाल गए। अध्यक्ष पद के लिए मुंजाल व उपाध्यक्ष पद के लिए मोहिनी के नामों को प्रस्तावित किया गया। कोई अन्य नाम न आने पर दोनों को सर्वसम्मति से चुन लिया गया। लोगों ने मुंजाल के अध्यक्ष बनने को किस्मत का खेल बताया। मुंजाल पूरे पांच साल अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान रहे।
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