दिल्ली–एनसीआर तक छाया नूंह का देशी गेहूं, बना किसानों की पहली पसंद
नूंह का देशी गेहूं दिल्ली-एनसीआर तक अपनी पहचान बना चुका है, जो किसानों की पहली पसंद बन गया है। हरियाणा के इस क्षेत्र में गेहूं की खेती को बढ़ावा मिल र ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
संवाद सहयोगी, पिनगवां (नूंह)। नूंह जिले में देशी गेहूं की दिल्ली एनसीआर में भी मांग बढ़ रही है। जिले में उगाया जाने वाला देशी गेहूं का अनाज नोएडा और देश की राजधानी दिल्ली में काफी पसंद किया जाता है। जो वहां के लोगों के लिए जिले का देशी गेहूं पहली पसंद है।
दूर दराज में रहने वाले लोग जो देशी गेहूं को खाना पसंद करते हैं वो भी जिले से ही लेकर जाते हैं। देशी गेहूं की खेती मुख्यत नूंह, नगीना और पिनगवां के आसपास के गांवों के किसान उगाने का कार्य करते हैं। क्षेत्र के किसान मोहम्मद हुसैन, इलियास, बिलाल आदि का कहना है कि उनके यहां देशी गेहूं को बिना खाद और वर्षा के पानी के सहारे उगाया जाता है।
बचती हैं सिंचाई की मेहनत
इसकी वजह से किसानों को सिंचाई करने की मेहनत भी बच जाती है और ये गेहूं लंबा भी जाता है। जिसकी वजह से इसमें चारा ज्यादा निकलता है। उन्होंने कहा कि यहां के किसान पहले के मुकाबले अब देशी गेहूं की फसल कम करने लगे हैं क्योंकि अन्य गेहूं के मुकाबले देशी गेहूं का उत्पादन कम होता है। कम उत्पादन के बावजूद भी इस वर्ष फिर भी जिले की हजारों एकड़ भूमि में देशी गेहूं की फसल खड़ी है।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि नूंह की धरती में पैदा होने वाला देशी गेहूं सी 306 कि पैदावार सबसे अच्छी होती है। जो बिजाई के समय पानी की नमी से भी हो जाता है जिसके बाद ये वर्षा के पानी से तैयार हो जाता है।
लंबे समय से है मशहूर
पैदा होने वाले देशी गेहूं में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है इसलिए भी ये खाने के मामले में सेहत के लिए अच्छा होता है। जिसकी दिल्ली जैसी राजधानी और एनसीआर में बेहद मांग है। क्षेत्र के खेतों में पैदा होने वाला देशी गेहूं लंबे समय से मशहूर है। देशी गेहूं की फसल मुख्य तौर पर बरसात पर निर्भर करती है।
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष करीब पांच से छह हजार एकड़ में किसानों द्वारा देशी गेहूं की फसल उगाई जा रही है जिसमें दर्जनभर से अधिक गांव शामिल हैं जिनमें मुख्य रूप से नूंह का चंदेनी घासेडा नगीना का बदरपुर, कंकर खेड़ी, बलई आदि गांवों हैं।
दिल्ली एनसीआर के लोग नूंह के देशी गेहूं को इसलिए ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि इसकी खासियत है कि इस गेहूं की रोटी मुलायम होती है। जो खाने में भी बेहद स्वादिष्ट होती है। इसका भाव भी महंगा होता है।
चौ. इलियास किसान , खानपुर घाटी
अन्य गेहूं के मुकाबले देशी गेहूं का उत्पादन कम होता है पर इसकी लंबाई ज्यादा बढ़ती है यही वजह है इसमें चारा ज्यादा निकलता है। इसको कम पानी से उगाया जाता है। तब ये अच्छा पकता है और खाने में भी इसकी रोटी मुलायम होती है।
चौ. मोहम्मद हुसैन, किसान

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