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    नूंह में उमर को किराये पर कमरा देने वाली अफसाना हिरासत में, 10 दिन रुका था आंतकी

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 07:44 AM (IST)

    नूंह में आतंकी उमर नबी को कमरा किराये पर देने वाली अफसाना को जांच एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया है। वह दिल्ली विस्फोट के बाद से फरार थी। शोएब नामक व्यक्ति की सिफारिश पर अफसाना ने उमर को कमरा दिलाया था। घटना के बाद अफसाना का परिवार भी जांच के दायरे में है।

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    नूंह स्थिति अफसाना का मकान जहां पर आतंकी उमर को दिया गया था किराये पर कमरा। जागरण

    जागरण संवाददाता, नूंह। दिल्ली विस्फोट के आरोपित आतंकी डा उमर नबी को अपने घर नूंह हिदायत कॉलोनी में कमरा किराये पर देने वाली अफसाना को आखिरकार जांच एजेंसियों ने काबू कर लिया है। दिल्ली घटना के दो दिन बाद से ही अफसाना की नूंह हिदायत कालोनी के मकान से फरार होने की सूचना है। अफसाना की पूछताछ में आतंकी डाक्टर के 10 दिन रुकने के राज खुलने की पूरी संभावना है। इस मामले में अभी कई और आरोपित जांच एजेंसियों की निगरानी में हैं।

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    मूलतः गोलपुरी गांव की रहने वाली अफसाना का पति ट्रक चालक है। उसकी एक 12 साल की बेटी भी है। अफसाना अपने पिता के नूंह की हिदायत कालोनी स्थित मकान की देखरेख करती है। उसी ने अपने रिश्तेदार शोएब की सिफारिश पर अल- फलाह यूनिवर्सिटी के डा उमर नबी को किराये पर कमरा दिलाया था। शोएब अल-फलाह यूनिवर्सिटी में बतौर इलेक्ट्रशियन काम करता था।

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    बताते हैं कि यह कमर कुछ दिनों के लिए ही लिया गया था और आरोपित डाक्टर यहां कई बार आकर रूकता था। दिल्ली ब्लास्ट के बाद केंद्रीय सुरक्षा और जांच एजेंसियों द्वारा शोएब को गिरफ्तार करने की भनक लगते ही अफसाना अपनी बेटी के साथ यह मकान छोड़कर चंपत हो गई थी। इसके बाद से उसकी तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही थी।

    इस कार्य में केंद्रीय जांच एजेंसियों के साथ एसटीएफ की टीम भी सहायता कर रही थी। सूत्र बताते हैं कि करीब 35 वर्षीय अफसाना को बीती रात एनआइए ने काबू कर लिया। उसे दिल्ली ले जाया गया है। अफसाना के पकड़े जाने के बाद उसके गोलपुरी स्थित घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है। तीन दिन पहले सुरक्षा एजेंसियों ने उसके सबसे छोटे भाई रिजवान को भी पकड़ा था।

    अफसाना का मायका इंडरी खंड के गोलपुरी गांव में है। गांव के सरपंच मोहम्मद कारी बताते हैं कि परिवार के लोग शांत प्रवृति के हैं लेकिन पता नहीं अचानक सब क्या हुआ। वह कहते हैं कि शाहिद खुद फौज से रिटायर है। तीन बेटों और चार बेटियों में अफसाना सबसे बड़ी है।

    उससे छोटा भाई अंसार ड्राइवर है, दूसरा फौज में और तीसरा रिजवान एक प्राईवेट कंपनी में काम करता था। घटना के बाद रिजवान को भी पुलिस ने उठा रखा है। वह कहते हैं कि अफसाना का निकाह राजस्थान में हुआ था, पिता के जेल जाने के बाद मायके के मामलों की देखरेख वही करती है।