कोई बच्चा पीछे न छूटे... नूंह में 504 प्राथमिक स्कूलों की डिजिटल रिपोर्टिंग
हरियाणा सरकार की 'निपुण हरियाणा' योजना के तहत, नूंह जिले के 504 प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की स्क्रीनिंग की जाएगी। 'निपुण हरियाणा शिक्षक ऐप' से बच्चों की सीखने की क्षमता का आकलन होगा। शिक्षकों को ऐप के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को अतिरिक्त सहायता मिलेगी। बाल दिवस पर स्कूलों में कई कार्यक्रम होंगे, जिससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ेगा।

हरियाणा सरकार की 'निपुण हरियाणा' योजना के तहत, नूंह जिले के 504 प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
शीशपाल सहरावत, नूंह। हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी "निपुण हरियाणा" पहल के तहत, नूंह ज़िला समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। ज़िले के 504 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से पाँच तक के सभी विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। यह स्क्रीनिंग "निपुण हरियाणा शिक्षक ऐप" पर उपलब्ध व्यापक उपकरणों के माध्यम से की जाएगी, जिससे प्रत्येक बच्चे की सीखने की क्षमता, व्यवहारिक विकास और विशेष आवश्यकताओं की पहचान की जा सकेगी।
राज्य सरकार की इस डिजिटल पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्राथमिक शिक्षा स्तर पर कोई भी बच्चा सीखने की प्रक्रिया में पीछे न छूटे। इसके लिए शिक्षकों को आधुनिक तकनीक और ऐप-आधारित मूल्यांकन से जोड़ा जा रहा है। नूंह ज़िले में इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए चरणबद्ध प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
7 नवंबर को एबीआरसी और बीआरपी के लिए एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जबकि 8 नवंबर को जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय, नूंह में जिला प्राथमिक शिक्षा समन्वयक कुसुम मलिक ने 10 विशेष शिक्षकों को समावेशी शिक्षा से संबंधित विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया। इसके बाद, 10 नवंबर से, जिले के सभी ब्लॉकों के प्राथमिक शिक्षकों को विशेष शिक्षकों और एबीआरसी द्वारा ऐप पर प्रशस्त टूल का उपयोग करने और बच्चों की प्रगति रिपोर्ट को सटीक रूप से दर्ज करने में कुशल बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस अभियान के तहत, आकांक्षी जिले नूंह के 504 प्राथमिक विद्यालयों के कक्षा एक से पाँच तक के सभी बच्चों की स्क्रीनिंग की जाएगी। सभी शिक्षक निपुण हरियाणा शिक्षक ऐप के माध्यम से डिजिटल रूप से रिपोर्ट करेंगे। इसके अतिरिक्त, 14 और 15 नवंबर को, सभी खंड शिक्षा अधिकारी, सीआरसी प्रमुख, एबीआरसी, बीआरपी, जिला अधिकारी और जिला एफएलएन समन्वयक स्कूल स्तर पर अवलोकन प्रपत्र भरेंगे।
कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण पहलू विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान और सहायता है। निपुण हरियाणा शिक्षक ऐप पर प्रशस्त टूल उन बच्चों की पहचान करेगा जिन्हें अतिरिक्त शिक्षण सहायता या परामर्श की आवश्यकता है। इन बच्चों को आवश्यक सहायता, संसाधन और एक समावेशी वातावरण प्रदान किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी बच्चा पीछे न छूटे। प्रत्येक छात्र में विशिष्टता की भावना को साकार किया जा सके।
बाल दिवस के अवसर पर, 14 और 15 नवंबर को जिले के सभी स्कूलों में विशेष रचनात्मक और शिक्षण गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी। इनमें समूह संवाद, मूकाभिनय, कविता पाठ, पोस्टर निर्माण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास, सहयोग, संचार कौशल और नेतृत्व क्षमता का विकास करना है।
निपुण हरियाणा, नई शिक्षा नीति के अनुरूप, हरियाणा सरकार की एक प्रमुख शैक्षिक योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी प्राथमिक विद्यालय के छात्र बुनियादी साक्षरता और अंकगणित कौशल में निपुण हों।
नूंह जिले में यह स्क्रीनिंग अभियान शिक्षा के क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी कदम है। डिजिटल मूल्यांकन और एक समावेशी शिक्षण प्रणाली के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रत्येक बच्चा निपुण हो और कोई भी छात्र पीछे न छूटे।
-कुसुम मलिक, जिला एफएलएन समन्वयक

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