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    Mewat: महिला की DP और अश्लील वीडियो, फेसबुक पर पुराने सिक्के खरीदने का विज्ञापन... ठगी के ये तरीके आपको कर देंगे हैरान

    By Jagran NewsEdited By: Abhi Malviya
    Updated: Sat, 07 Oct 2023 05:14 PM (IST)

    साइबर ठगों के किले को तोड़ने में लगी पुलिस को एक और सफलता मिली है। क्राइम ब्रांच तावडू की टीम ने एक गिरोह का भंडाफोड़ कर सरगना और उसके गुर्गे को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया। दोनों के पास से तीन मोबाइल तथा फर्जी पते लिए गए आठ सिम बरामद किए हैं। गिरोह एक सदस्य सरगना के पकड़ने की सूचना मिलते ही घर से फरार हो गया।

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    फेसबुक पर पुराने सिक्के खरीदने का विज्ञापन देकर करते थे ठगी

    जागरण संवाददाता, नूंह। मेवात को दूसरा जामताड़ा बना चुके साइबर ठगों के किले को तोड़ने में लगी नूंह पुलिस को एक और सफलता मिली है। क्राइम ब्रांच तावडू की टीम ने एक गिरोह का भंडाफोड़ कर सरगना और उसके गुर्गे को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।

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    दोनों के पास से तीन मोबाइल तथा फर्जी पते लिए गए आठ सिम बरामद किए हैं। गिरोह एक सदस्य सरगना के पकड़ने की सूचना मिलते ही घर से फरार हो गया। पुलिस उसे भी गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। 

    ऐसे हुआ खुलासा

    क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप को ठगों के गांव से ही जानकारी मिली कि गांव जमालगढ़ गांव का रहने वाला आकिल गिरोह बना कर साइबर ठगी कर रहा है। जिसके बाद से उन्होंने एएसआइ गोपाल के नेतृत्व में एक टीम बना उसे पकड़ने के लिए लगा दी। आकिल को पुलिस टीम ने पहले गिरफ्तार किया फिर उसे साथ ले जाकर गांव लुहिंगाकला के रहने वाले आबिद को दबोच लिया। दोनों के पास तीन मोबाइल और आठ फर्जी सिम मिले।

    पुलिस पूछताछ में गिरोह के सरगना से सौ से अधिक लोगों से आनलाइन ठगी करने की बात स्वीकार की। आकिल फेस बुक पर फर्जी आइडी लगा पुराने सिक्के खरीदने तथा वाहन बेचने की जानकारी देता था। जिसमें वह मोबाइल नंबर आबिद का डालता था। लोग जब संपर्क करते थे तो वह उन्हें झांसे में लेकर फोनपे व गूगल-पे अकाउंट में रुपये डलवाकर आनलाइन ठगी करता था।

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    नौकरी लगवाने के नाम पर भी करते थे ठगी

    इसके अलावा दोनों मिलकर लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर भी ठगते थे। युवाओं से उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज भी ले लेता था। उनके नाम से बैंक खाता खुलाने के बाद भरतपुर जिला के गांव जुरहेड़ा मे रहने वाले साइबर ठग को एक लाख रुपये प्रति खाता के हिसाब से बेच देता था।

    गिरोह का तीसरा बदमाश फजरू वाट्सएप पर महिला की डीपी लगा लोगों को वीडियो काल करता था और फर्जी तरीके से अश्लील वीडियो बना उन्हें ब्लैकमेल करता था।

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