Nuh Violence Update: जिन घरों से चलाए गए थे ईंट-पत्थर, वहां चला बुलडोजर; दूसरे दिन 11 जगहों पर हुई तोड़फोड़
31 जुलाई की दोपहर धार्मिक यात्रा में शामिल लोगों पर पत्थर और गोली चलाने वालों में शामिल रहे लोगों के सरकारी जमीन पर बनी आरोपी लोगों की दुकानों मकानों ...और पढ़ें

नूंह, जागरण संवाददाता। 31 जुलाई की दोपहर धार्मिक यात्रा में शामिल लोगों पर पत्थर और गोली चलाने वालों में शामिल रहे लोगों के सरकारी जमीन पर बनी आरोपी लोगों की दुकानों, मकानों और झुग्गियों पर शनिवार को भी बुलडोजर चला। सुबह दस बजे से कार्रवाई नलहड़ स्थित मेडिकल कॉलेज रोड पर वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से बनी मार्केट से शुरू हुई। यहां बनी सौ दुकान, 52 एक मंजिला और दो मंजिला मकान और टीन शेड तोड़ दिए गए। कई लोग तो अपना सामान भी नहीं ठीक से निकाल पाए।
कार्रवाई कुछ मकान मालिकों की हिंसा में संलिप्तता पाए जाने पर हुई। कुछ दुकानें दूसरे समुदाय के लोगों की थी, उन्हें भी तोड़ दिया गया। रोड पर कार्रवाई करने के नलड़ड़ की पहाड़ी में भी अवैध रूप से बने कच्चे-पक्के डेढ़ सौ मकानों को गिरा दिया गया।
प्रशासनिक अधिकारियों का दावा है कि इन्हीं मकानों पर यात्रा में शामिल लोगों पर हमला करने के लिए अवैध हथियार और पत्थर चलाए गए। नलहड़ रोड पर तोड़े गए कई मकानों की छतों से पथराव करने के लिए पत्थर जमा किए गए थे। कार्रवाई के दौरान मकान मालिक निकटवर्ती अपने गांव में थे। किराये पर लेने वाले लोगों ने जरूर सामान निकालने का समय देने के लिए अनुनय किया तो उन्हें समय दिया गया।
हालांकि कई ऐसे थे जो पूरी तरह से सामान नहीं निकाल सके। अधिकतर अवैध निर्माण नलहड़ खेड़ला, सूडाका सहित अन्य निकटवर्ती गांव के लोगों ने ही कर रखे थे। एसडीएम नूंह अश्वनी कुमार ने कहा सरकारी जमीन से अवैध निर्माण से मुक्त किया गया। कई दुकान तथा मकान मालिकों के लड़के हिंसा में शामिल रहे। मकान मालिकों पता कि छत पर पत्थर रखे गए पर रोका नहीं।
अन्य नौ जगहों पर हुई कार्रवाई
नलहड़ के बाद खेड़ला चौक से लेकर होडल चौक पर सड़क किनारे अवैध रूप से बनाई गई दुकानों को तोड़ दिया गया। कई दुकानों में हिंसा वाले दिन उप्रद्रवी भीड़ ने पत्थर तथा पेट्रोल से भरी बोतल जमा कर रखी थी। इसके अलावा पुन्हांना में पांच एकड़, नाई नंगला गांव में दो एकड़ तथा फिरोजपुर झिरका में एक एकड़ सरकारी जमीन पर बने कच्चे-पक्के कमरे तथा मकान गिरा गिरा दिए।
तावडू में भी चला बुलडोजर
एक दिन पहले घुसपैठियों की बस्ती पर बुलडोजर चलाने वाले प्रशासन ने शनिवार को भी तोड़फोड़ की। तावडू में तोड़फोड़ की सहसोला गांव सीमा से शुरू हुई। सबसे पहले सोहना तावडू विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ. शमसुद्दीन के फार्म हाउस से तोड़फोड़ की शुरुआत की गई।
इसके साथ ही लगते भाजपा नेता तथा पूर्व विधायक जाकिर हुसैन के फार्म हाउस को अनदेखा कर टीम आगे निकल गई। इसको लेकर भी स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर सवाल खड़े किए। भवन एवं लोक निर्माण विभाग के अभियंता अवेश कुमार ने बताया कि सड़क मार्ग के दोनों तरफ 65-65 फिट भूमि ग्रीन बेल्ट की है। जिस पर अवैध निर्माण लोगों ने कर रखा है। उसे तोड़ा जा रहा है।
प्रशासन की कार्रवाई पर उठे सवाल
नूंह के साथ साथ तावडू, नगीना, पिनंगवा, नई पुन्हाना में भी मकान, दुकान व रेहडियों व अन्य आजीविका चलाने वाली चीजों को भी तोड़ने की बात आई इन कई जगहों पर हिंसा भी नहीं हुई थी। घर तथा सामान तोड़े जाने के चलते लोगों के आगे रोजी-रोटी का संकट आ गया। इस मामले को लेकर नूंह से कांग्रेसी विधायक आफताब अहमद अधिवक्ताओं, सामाजिक संगठनों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों मिले और कहा उचित नहीं है कि गैर कानूनी तरीके से बेकसूर लोगों के भी मकान व दुकान गिराए जा रहे हैं। लोकतंत्र में ऐसी कार्रवाई निंदनीय है और इसे तुरंत रोका जाए।
पहले क्या कर रहे थे जिम्मेदार अधिकारी?
लोगों ने सरकारी जमीन पर मकान तथा तथा दुकान बना ली। पांच साल के दौरान इन जगहों पर अवैध कब्जे किए गए। लेकिन नगर योजनाकार विभाग के अधिकारी सोते रहे। विधायक आफताब अहमद ने कहा कि पहले क्यों कार्रवाई नहीं की गई। अगर अब की गई तो लोगों को समय दिया जाता।

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