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    Nuh Violence: ड्रोन की मदद से STF ने पकड़े नौ संदिग्ध, अरावली पहाड़ी बनी उपद्रवियों का ठिकाना

    हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर पत्थर और गोली चलाने वाले आरोपितों की खोज में लगी एसटीएफ और पुलिस टीमों ने ड्रोन कैमरे का सहारा लेना शुरू कर दिया। ड्रोन की मदद से एसटीएफ ने पहले संदिग्धों का पहाड़ी पर ठिकाना तलाश नौ लोगों को हिरासत में ले लिया है। हिंसा के बाद गांवों में पुलिस की छापेमारी के बाद अरावली पहाड़ी उपद्रवियों का ठिकाना बन गई है।

    By Jagran NewsEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Wed, 09 Aug 2023 07:36 PM (IST)
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    ड्रोन की मदद से STF ने पकड़े हिंसा के नौ संदिग्ध

    नूंह, जागरण संवाददाता। 31 जुलाई को धार्मिक यात्रा के दौरान हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर पत्थर और गोली चलाने वाले आरोपितों की खोज में लगी एसटीएफ और पुलिस टीमों ने ड्रोन कैमरे का सहारा लेना शुरू कर दिया। बुधवार सुबह ड्रोन की मदद से एसटीएफ ने पहले संदिग्धों का पहाड़ी पर ठिकाना तलाश नौ लोगों को हिरासत में ले लिया है।

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    साक्ष्य मिलने पर होगी गिरफ्तारी

    सभी नल्हड़ और मेवली गांव के रहने वाले हैं। पूछताछ कर साक्ष्य मिलने के बाद इनकी गिरफ्तारी की जाएगी। वहीं, मंगलवार हिरासत में लिए गए संदिग्ध लोगों में आठ को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी की भूमिका हिंसा में पाये जाने का दावा पुलिस की ओर से की जा रही है। हिंसा में गिरफ्तार होने वाले आरोपितों की संख्या 169 हो चुकी है।

    अरावली पहाड़ी बनी बदमाशों की शरण स्थली

    बता दें कि गांव से सटी अरावली पहाड़ी बदमाशों की शरण स्थली बन रही है। नल्हड़ तथा समीपवर्ती गांव के चार सौ लोगों से अधिक मुस्लिम युवकों ने नल्हड़ मंदिर में फंसे शिव भक्तों पर गोली और पत्थर चलाए थे। अब उन्हें पकड़ने के लिए एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम गांव जाती हैं तो कई तो पकड़े गए और कुछ पहाड़ी पर चढ़ जाते हैं।

    एसटीएफ ने पहाड़ी से संदिग्धों को दबोचा

    नल्हड़ के पास पहाड़ी का हिस्सा नूंह की ओर तरह अधिक ऊंचा नहीं हैं। कई चोर रास्ते भी बने हुए हैं। ऐसे में एसटीएफ तथा क्राइम ब्रांच की टीम को परेशानी आ रही है। इसी वजह से पहले ड्रोन से सटीक ठिकाने खोजे गए फिर एसटीएफ के जवानों ने पहाड़ी पर चढ़ संदिग्धों को दबोच लिया।

    एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए युवकों ने गिरफ्तार हुए लोगों से हिंसा से पहले और बाद में कई बार कॉल पर बात की और वाट्सएप पर मैसेज तथा वीडियो भेजी हैं। सभी के मोबाइल की साइबर सेल जांच कर रही सबूत मिलते ही सभी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जाएगा।