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    Nuh Violecne: भड़काऊ VIDEO बने नूंह हिंसा की जड़, सामाजिक भाई-चारे को मिटाने की रची गई साजिश

    By Satyendra SinghEdited By: Shyamji Tiwari
    Updated: Thu, 03 Aug 2023 10:38 PM (IST)

    नूंह हिंसा की जड़ सोशल मीडिया पर डाले गए भड़काऊ भाषण बने। दोनों समुदाय की ओर से इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ वीडियो तथा संदेश डाले जा रहे थे। सामाजिक भाई-चारे को मिटाने के लिए साजिश रची गई थी। भरतपुर और अलवर के गांव के रहने वाले समुदाय विशेष के युवकों ने भडक़ाऊ मैसेज किए। जिसके बाद युवकों ने हथियार और पत्थर इक्कठा करना शुरू कर दिया।

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    भड़काऊ VIDEO बने नूंह हिंसा की जड़, दोनों समुदाय के लोगों ने डाले वीडियो

    सत्येंद्र सिंह, नूंह। 31 जुलाई की दोपहर नूंह में जो भी हिंसा हुई उसे अंजाम देने के लिए पहले से तैयारी थी। इंतजार था बस समय का। दोनों समुदाय की ओर से इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ वीडियो तथा संदेश डाले जा रहे थे। सामाजिक भाई-चारे को मिटाने के लिए रची गई साजिश भरतपुर जिला के गांव घाटमिका नासिर तथा जुनैद की हत्या होने बाद से ही रची जाने लगी थी।

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    दोनों की हत्या मामले में बजरंग दल के कार्यकर्ता गुरुग्राम के मानेसर के रहने वाले माेनू मानेसर का भी नाम सामने आया था, लेकिन भरतपुर पुलिस ने आगे कार्रवाई नहीं की। उसकी गिरफ्तारी करने के लिए भरतपुर पुलिस ने एक दो बार प्रयास किया तो संगठन के नेताओं ने पंचायत कर मोनू को पकड़ने आई भरतपुर पुलिस को वापस नहीं जाने देने की धमकी दी गई थी।

    वाट्सऐप पर बनाए गए थे कई ग्रुप

    इसी बात को लेकर फिरोजपुर झिरका क्षेत्र के विधायक मामन खान ने विधानसभा में कहा था मोनू को संरक्षण दिया जा रहा है। वह हमारे तीन लोगों को मार चुका है। अब मेवात गया तो प्याज की तरह काट दिया जाएगा। इसका जवाब कुछ संगठनों से जुड़े लोगों ने वाटसऐप पर भड़काऊ भाषा में दिया गया था। समुदाय विशेष के कई युवकों द्वारा वाट्सऐप पर मेव आर्मी व मेव गैंग सहित अन्य ग्रुप बनाए गए।

    जिसमें नूंह जिले के ही नहीं बल्कि भरतपुर व अलवर जिले तक के लोगों को जोड़ा गया और लगातार इन ग्रुपों पर भडक़ाऊ आडियो और वीडियो डाले जाते थे। जवाब दूसरी ओर से भी दिए जाते थे। प्रसारित होने पर उन्हें डिलीट भी कर दिया जाता था। 31 जुलाई को होने वाली बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा को लेकर भी 29 जुलाई से ही भड़काऊ ऑडियो व वीडियो डाले गए। जिसके बाद से ही रात में ही मेवात से भी कई वीडियो प्रसारित किए गए जिनमें सुबह जंग लडऩी है, प्याज की तरह काटना है के गलत संदेश दिए गए।

    युवकों ने भड़काऊ मैसेज किए

    भरतपुर और अलवर के गांव के रहने वाले समुदाय विशेष के युवकों ने भडक़ाऊ मैसेज किए। जिसके बाद हिंसा की योजना बनाने के साथ ही ग्रुप से जुड़े युवकों ने हथियार और पत्थर इक्कठा करना शुरू कर दिया। जिसके बाद ही स्थित खराब हुई और यात्रा के दौरान जमकर खून खराबा हुआ। कुल मिलाकर इंटरनेट मीडिया पर डाले गए भडक़ाऊ वीडियो हिंसा की जड़ बनी।

    यात्रा से दो दिन पहले से ही फिरोजपुर से कांग्रेसी विधायक मामन खान द्वारा विधानसभा सत्र में मोनू मानेसर को लेकर दिए गए प्याज की तरह फोड़ देंगे वाले विवादित बयान भी खूब प्रसारित हुआ। मोनू ने भी वीडियो प्रसारित किया कि मेवात आ रहा हूं लोग बढ़चढ़ कर यात्रा में शामिल हों। यह सभी जानकारी सीआइडी की ओर से प्रशासन को देने के बाद भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध नहीं किए गए।

    पिछले समय में साइबर ठगों से लेकर गोतस्करों तथा मादक पदार्थ बेचने वाले पर शिकंजा कसने की वजह भी हिंसा का एक कारण रही। अपराधियों के घर में बुलडोजर चलने की घटना पर कई जनप्रतिनिधियों ने भाजपा सरकार पर तंज कसा था कि विकास नहीं करा पुलिस के जरिए माहौल को बदला जा रहा है। यहां तक कहा गया कि सरकार कार्रवाई के नाम पर ढोंग कर रही है। कुछ नेताओं के बोल से अपराध करने वालों को भी लगने लगा कि हमें परेशान किया जा रहा है।

    मोनू काे पुलिस के पकड़ने की अफवाह

    यात्रा के दौरान माहौल खराब करने की साजिश पहले से ही थी। सोमवार दोपहर करीब सवा बारह बजे इंटरनेट मीडिया तथा वाट्सऐप ग्रुपों पर यह मैसेज डाले गए कि यात्रा में मोनू मानेसर पहुंचा है। उसे पकड़ने के लिए भरतपुर पुलिस टीम आई जिसे घेर लिया गया और यात्रा में शामिल लोग उसको ले जाने नही दे रहें, जो जहां है जल्दी पहुंचो आज निपटाना है। जिसके बाद ही राजस्थान की ओर से बाइकों में युवा लाठी डंडा लेकर पहुंचे।

    एक बस तथा चार डंपर में भी उपद्रवी आए उनके आने के बाद हिंसा बढ़ी। साइबर क्राइम थाने में उनके आने के बाद ही आग लगाई गई। बस से थाने की दीवार में टक्कर मारी गई। जबकि मोनू यात्रा में गया ही नहीं था। बताते हैं कि मानेसर थाना पुलिस ने उसे घर में रहने के निर्देश दिए थे।

    तीन एफआईआर इंटरनेट मीडिया पर चले गलत संदेश तथा वीडियो और आडियो को लेकर की गई है। साइबर सेल जांच कर भड़काऊ वीडियो प्रसारित करने वाले को गिरफ्तार करेगी। कुछ के नाम भी आ चुके हैं जो भागे हुए हैं। कई दूसरे जिला के भी हैं। सभी को पकड़ा जाएगा। - वरुण सिंगला, एसपी नूंह