नूंह में साइबर ठगी का भंडाफोड़, पुलिस ने 3 आरोपितों को दबोचा; कई राज्यों में की थी धोखाधड़ी
नूंह पुलिस ने साइबर ठगी के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। राशिद और नसीम पर फर्जी सिम व बैंक खाते उपलब्ध कराने का आरोप है जबकि सलीम पर फेसबुक के माध्यम से ठगी करने का आरोप है। पुलिस ने आरोपियों से कई मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए हैं और मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, नूंह। जिला पुलिस ने साइबर ठगी करने के आरोप में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित राशिद निवासी ग्राम पढेनी, नसीम निवासी ग्राम डालाबास थाना सदर तावडू को गिरफ्तार किया है।
दोनों पर आरोप है कि इन्होंने साइबर अपराधियों को फर्जी सिम, बैंक खाते और डिजिटल डाटा उपलब्ध कराकर आम लोगों से ठगी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं पुलिस ने एक अन्य मामलें में सलीम पुत्र जफरुद्दीन निवासी कंकरखेड़ी को भी गिरफ्तार किया है।
साइबर थाना पुलिस के मुताबिक सूचना मिली कि ग्राम पचगांव में कुछ फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर आम लोगों से दोस्ती कर ठगी कर रहे हैं। पुलिस टीम ने तुरंत रेड कर उपरोक्त दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
तलाशी में उनके पास से कई मोबाइल फोन, फर्जी सिम कार्ड, फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स और आनलाइन पेमेंट से जुड़े स्क्रीनशॉट बरामद किए गए । तकनीकी जांच में यह सामने आया कि ठगी के जरिए कई राज्यों के लोग शिकार बनाए गए हैं, जिनमें तमिलनाडु और तेलंगाना के पीड़ित शामिल हैं।
पूर्व में अरबाज और जैतुन की गिरफ्तारी के बाद जब ठगी की मनीट्रेल और तकनीकी डेटा की गहन जांच की गई तो इस नेटवर्क में नसीम और राशिद की संलिप्तता सामने आई। जिसमें नसीम के नाम पर पंजीकृत खाता में ठगी की राशि ट्रांसफर की गई, जबकि राशिद साइबर ठगों को फर्जी सिम कार्ड उपलब्ध कराने और बैंक खातों में गलत डाटा फीड करने का काम करता था।
इन सबूतों के आधार पर 14 सितंबर को दोनों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी और पूछताछ के दौरान कई मोबाइल फोन और सिम कार्ड मिले हैं। इन डिजिटल साक्ष्यों से साबित हुआ कि गिरोह लंबे समय से आम लोगों को ठगने का काम कर रहा था।
अभी तक की जांच में सामने आया कि पीड़ितों में तमिलनाडु के प्रदीप, तेलंगाना के बी. वाम्शी, लांडू शिवा और टी. श्रीकांत जैसे लोग शामिल हैं। पुलिस ने आरोपित राशिद का तीन दिन का पुलिस रिमांड पर लिया है। वहीं आरोपित सलीम को एक अलग साइबर ठगी मामले में गिरफ्तार किया गया है। सलीम व नसीम को न्यायिक हिरासत में भेजा दिया गया है।
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