नूंह से पलवल का सफर होगा बेहद आसान, 137 करोड़ से बनेगा फोर लेन हाईवे; तीन पंचायतों ने दिए जमीन के प्रस्ताव
नूंह-पलवल स्टेट हाईवे के चौड़ीकरण का रास्ता साफ हो गया है। तीन पंचायतों ने वन विभाग के लिए जमीन देने का प्रस्ताव दिया है। 137 करोड़ रुपये की लागत से 30 किलोमीटर लंबा मार्ग चौड़ा होगा। सड़क चौड़ीकरण में वन विभाग के लिए भूमि न मिलने के कारण यह काम अटका हुआ था। मार्ग के चौड़ा होने से नूंह और पलवल के बीच दूरी कम होगी।
मोहम्मद हारून, नूंह। तीन गांव की तरफ से वन विभाग के लिए भूमि उपलब्ध का प्रस्ताव दिए जाने से अब नूंह-पलवल मार्ग (स्टेट हाईवे नंबर 13) के चौड़ीकरण (फोर लेन) करने में आ रही बाधा दूर होने की उम्मीद जगी है।
चार वर्ष से चौड़ीकरण की बाट जोह रहे 30 किमी राजमार्ग के चौड़ा हाेने से न केवल पलवल- नूंह जिला मुख्यालय की दूरी कम होगी, बल्कि दोनों जिलों की दूरी कम होगी। सड़क चौड़ीकरण में वन विभाग के लिए भूमि न मिलने के कारण यह कार्य लटका हुआ था।
137 करोड़ की लागत से चौड़ा होगा मार्ग
अब नूंह के जिले के तीन ग्राम पंचायत कोटला, आकेडा व मोहम्मदपुर की तरफ से वन विभाग के लिए भूमि देने का प्रस्ताव प्रशासन को दिया गया है। जिसका अवलोकन वन विभाग करेगा, अगर वन विभाग के लिए यह भूमि उपयुक्त पाई गई तो 137 करोड़ की लागत से चौड़ा हाेने वाले मार्ग के बनने ज्यादा समय नहीं लगेगा।
नूंह-पलवल मार्ग को चौड़ा करने की योजना कब बनी थी?
स्टेट हाइवे मार्ग 13 नंबर को चौड़ा करने के लिए जुलाई 2022 में स्वीकृति प्रदान की गई थी। योजना के अनुसार एनसीआर बोर्ड द्वारा मार्ग को चौड़ा करने के लिए 137 करोड़ रुपये की योजना का स्वीकृति दी गई थी।
योजना के अनुसार पलवल से लेकर नूंह तक करीब 30 किमी लंबे मार्ग को दोनों तरफ से चौड़ा करने का प्रविधान था। योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए एनसीआरबोर्ड द्वारा 137 करोड़ रुपये लोन के रूप में एचएसआरडीसी(हरियाणा स्टेट रोड ब्रिज एडं डिवलोपमेंट कारपोरेशन) के जारी भी कर दिए थे। लेकिन वन विभाग के लिए जगह उपलब्ध नहीं होने के कारण यह कार्य कई वर्षों से लटका हुआ था।
कई गांवों में देखी गई थी वन विभाग के लिए जगह: लोक निर्माण विभाग की तरफ से नूंह-पलवल मार्ग को चौड़ा करने के लिए लोनिवि ने फरीदाबाद वन बैंक तथा पलवल जिले के मंडनाका गांव में जगह की तलाश की थी, लेकिन यह योजना सिरे नहीं चढ़ पाई।
विभागीय सूत्रों अनुसार अब नूंह जिले के तीन गांव कोटला, आकेडा व मोहम्मदपुर की तरफ से वन विभाग के लिए पौधरोपण के लिए लगभग 68 एकड़ भूमि के प्रस्ताव प्रशासन को दिए गए हैं। जिस कारण मार्ग के चौड़ा करने की उम्मीद अब बढ़ गई है।
वन विभाग तीनों की गांवों की भूमि का अवलोकन करेगी, जिसमें यह देखा जाएगा की यह भूमि पौधों के लिए कितनी उपयुक्त है। उसके बाद प्रक्रिया पूरी करके मार्ग के चौड़ीकरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
मार्ग के बनने से क्या होगा फायदा?
नूंह-पलवल मार्ग के चौड़ीकरण होने के कारण दोनों जिलों की दूरी कम होगी। करीब 30 किमी लंबा यह मार्ग संकरा है तथा जगह-जगह से जर्जर हो चुका है। जिस कारण यहां पर वाहनों को आने-जाने में भी काफी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा था। मार्ग के चौड़ा होने से दोनों जिलों की दूरी कम होगी तथा वाहनों की आवाजाही भी सुगम हो जाएगी।
तीन गांवों की तरफ से दिए गए प्रस्ताव के तहत जगह के अवलोकन की प्रक्रिया जल्द पूरी होगी। अगर कोई कमी भी रहती है तो फिर भी इस मार्ग को मरम्मत की जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया पूरी की जा रही है। मार्ग के बनने से लोगों का सफर सुलभ होगा।
- सचिन कुमार, कार्यकारी अभियंता एचएसआरडीसी फरीदाबाद
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