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    Mewat News: साइबर ठगों का मकड़जाल नहीं तोड़ पा रही पुलिस, तीन महीने में 137 केस दर्ज

    मेवात में साइबर ठगी की वारदातें बढ़ती जा रही हैं जो पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। पुलिस ने तीन महीने में 183 साइबर ठगों को पकड़ा है लेकिन मामले कम नहीं हो रहे। ठग नए-नए तरीकों से लोगों को शिकार बना रहे हैं। जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है ताकि लोगों को साइबर अपराध से बचाया जा सके और इस क्षेत्र को बदनाम होने से रोका जा सके।

    By Mohd Haroon Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 25 Aug 2025 02:56 PM (IST)
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    नूंह पुलिस द्वारा पिछले दिन पकड़े गए आधा दर्जन से ज्यादा साइबर ठग। जागरण आर्काइव

    मोहम्मद हारून, नूंह। जामताड़ा के बाद साइबर ठगी के लिए सुर्खियों में आए मेवात में साइबर ठगी की वारदातें बढ़ती ही जा रही है। बढ़ती साइबर ठगी की घटनाएं पुलिस के लिए भी चिंता का विषय है।

    बढ़ते साइबर ठगी के मकड़जाल को पुलिस तोड़ नहीं पा रही है। हालांकि पुलिस की तरफ से मई से लेकर अबतक 137 केस दर्ज किए गए हैं। जो ये दर्शाता है कि साइबर ठगी घटने की बजाए बढ़ रही है। हालांकि 183 साइबर ठगी के आरोपित पुलिस द्वारा पकड़े भी जा चुके हैं।

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    अकेले नूंह साइबर थाने में 94 केस दर्ज हुए। बढ़ती साइबर ठगी की घटनाओं पर पुलिस को अंकुश लगाना कठिन हो रहा है। यही हाल रहा तो यहां पर साइबर ठगी की घटनाएं और बढेंगी, इसके लिए पुलिस व सामाजिक स्तर पर भी जागरूकता के लिए व्यापक कदम उठाने चाहिए।

    साइबर ठगी के लिए सुखिर्यों में आया था नूंह जिला

    बता दें कि जामताड़ा के बाद मेवात का नूंह जिला साइबर ठगी के लिए सुखिर्यों में आया था। यहां पर पिछले दो साल से साइबरी ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। पुलिस विभाग के साइबर ठगी के आंकडों पर नजर डाली जाए तो बीत एक मई से अब तक जिले में साइबर ठगी से संबंधित कुल 137 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जबकि 183 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

    पुलिस ने भारी मात्रा में फर्जी सिम कार्ड, मोबाइल फोन, एटीएम , डेबिट कार्ड और साइबर फ्राड में इस्तेमाल होने वाला अन्य सामान भी जब्त किया है। आंकडों के अनुसार 94 एफआईआर शहर के साइबर थाने में दर्ज हुईं और जिनमें 130 आरोपितों को पकड़ा गया।

    पीड़ितों को वापस दिलाई 1044682 की राशि

    वहीं, जिले के अन्य थाना क्षेत्रों में 43 एफआईआर के तहत 53 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। बताया गया है कि अब तक कुल 10,44,682 की राशि पीड़ितों को वापस दिलाई गई है। इस राशि को ठगो से बरामद किया गया था।

    हालांकि पुलिस भी अपनी तरफ से साइबर ठगी को लेकर सजग है, लेकिन वहीं साइबर ठगी पुलिस से दो कदम आगे हैं। सोशल  के माध्यम से फर्जी सिम के जरिये यहीं के बैठे दूसरे राज्यों में लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। साइबर ठगी करने वाले लोगों को पैंसिल वर्क, पशु बेचने, सुहर बेचने, जाब दिलाने के नाम के अलावा अन्य नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं।

    वहीं क्षेत्र के लोगों का कहना है कि साइबर ठगी को लेकर पुलिस व ग्राम पंचायतों को गांवों में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, ताकि लोगों को साइबरी ठगी से बचाया जा सके। तथा उन लोगों को समझाना चाहिए जो लोग साबइर ठगी करते हैं।

    मेवात के प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि साइबर ठगी से मेवात क्षेत्र बदनाम हो रहा है। इसलिए यहां के युवाओं को साइबर ठगी का छोड़कर अपने व्यवसाय व खेती बाड़ी व काम काज , पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत है।

    पुलिस विभाग की तरफ से साइबर ठगी को लेकर समय -समय पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की साइबर ठगों पर कड़ी नजर है। मामले में सख्ती बरतने के बाद ही बड़ी संख्या में साइबर ठग पकड़े गए हैं। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

    - कृष्ण कुमार , पुलिस प्रवक्ता नूंह