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    Haryana: श्मशान पर बन गया एक्सप्रेस-वे, अंतिम संस्कार के लिए दूसरे गांव जाने को मजबूर 140 हिंदू परिवार

    By Jagran NewsEdited By: Paras Pandey
    Updated: Thu, 14 Dec 2023 05:00 AM (IST)

    यहां के खेड़ली कला में पिछले आठ साल से श्मशान स्थल तक नहीं है। जबकि गांव में हिंदू समाज के करीब 140 परिवार हैं। परिवार में किसी व्यक्ति का निधन होने पर लोगों को दूसरे गांव अंतिम संस्कार करने के लिए ले जाना पड़ रहा है। आठ साल पहले गांव में श्मशान स्थल थेलेकिन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे बनने से जगह उसमें चली गई।

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    गांव में किसी व्यक्ति के निधन होने पर अंतिम संस्कार करने के लिए होना पड़ता है परेशान

    संवाद सहयोगी, नगीना। यहां के खेड़ली कला में पिछले आठ साल से श्मशान स्थल तक नहीं है। जबकि गांव में हिंदू समाज के करीब 140 परिवार हैं। परिवार में किसी व्यक्ति का निधन होने पर लोगों को दूसरे गांव अंतिम संस्कार करने के लिए ले जाना पड़ रहा है। आठ साल पहले गांव में श्मशान स्थल थे,लेकिन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे बनने से जगह उसमें चली गई।

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    जिसका मुआवजा भी मिला लेकिन पूर्व सरपंच पर आरोप है कि उनकी उदासीनता के चलते मोक्ष स्थल की जगह नहीं तय हो सकी। पंचायत के पास करीब 11 एकड़ जमीन पंचायत की भी मौजूद है। लेकिन ग्राम पंचायत श्मशान स्थल के लिए पंचायत की जमीन में से देने के लिए तैयार नहीं है। 

    ग्रामीण चंद्रभान, ओमप्रकाश, होतीराम, बुधराम, मदनलाल, सुरेश कुमार, सतीश कुमार, रामकरण, राम सिंह, अमरचंद ने बताया कि समाज के सभी गणमान्य लोगों ने पूर्व सरपंच प्रवीन से बार-बार निवेदन किया लेकिन इसके बाद भी श्मशान स्थल के लिए हमें जगह नहीं दी गई। श्मशान स्थल की जमीन एक्सप्रेस-वे में जाने के बाद थोड़ी बहुत बची थी। उस जमीन तक पहुंचना नामुमकिन रहता है। क्योंकि गांव और जमीन बीच में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे गुजर रहा है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के नीचे के छोटी-छोटी पुलिया बनाई हुई है। जिनमें करीब पांच से छह फीट तक वर्षा का पानी हर समय भरा रहता है। 

    पंचायत से भी लगा चुके हैं गुहार

    ग्रामीणों ने कहा कि गांव के मौजूदा सरपंच राशिद से भी पिछले कई माह से निवेदन किया जा रहा है कि जब हमारे श्मशान स्थल के लिए मुआवजे का पैसा मिल ही गया है तो उसे जमीन देकर बनाया जाए। लेकिन पूरे समाज की बात को सरपंच नजर अंदाज कर दिया। कई बार पंचायत में सरपंच को बुलाया गया। लेकिन कोई संतोषजनक जवाब सरपंच की तरफ से नहीं मिल पाया। ऐसे में हिंदू समाज के सभी लोगों में भारी रोष प्राप्त है।

    लोगों ने जिला उपायुक्त, उपमंडल अधिकारी, खंड विकास पंचायत अधिकारी, मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली के अलावा मुख्यमंत्री को शिकायत देकर श्मशान स्थल देने की मांग की है। पंचायत के पास अपनी कई एकड़ जमीन मौजूद है। सभी समाज के लोगों के सामने में श्मशान स्थल के लिए प्रस्ताव करने के लिए तैयार हूं। श्मशान के लिए मुआवजे की रकम मामला जांच का विषय है। पहले जो मुआवजा मिला उसका क्या पूर्व सरपंच की ओर से किया गया यह भी स्पष्ट होना चाहिए। राशिद खान, सरपंच खेडली कला