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    Nuh Violence को लेकर पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन, कई गांवों में छापेमारी कर आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Tiwari
    Updated: Sun, 20 Aug 2023 10:30 AM (IST)

    Haryana Nuh Violence एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीमों ने नूंह के कई गांवों में छापेमारी कर आठ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस को इन लोगों पर नूंह हिंसा में शामिल होने का शक है। हिरासत में लिए गए लोगों को पुलिस लाइन लाकर पूछताछ की जा रही है। साक्ष्य मिलने पर देर शाम तक इन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।

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    Nuh Violence को लेकर पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन

    नूंह, जागरण संवाददाता। हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसक झड़प को लेकर पुलिस एक्शन में है। ताजा मामले में रविवार को एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीमों ने नूंह के कई गांवों में छापेमारी कर आठ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस को इन लोगों पर नूंह हिंसा में शामिल होने का शक है।

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    हिरासत में लिए गए लोगों को पुलिस लाइन लाकर पूछताछ की जा रही है। साक्ष्य मिलने पर देर शाम तक इन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। बता दें कि शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आरोपितों से पूछताछ में इन लोगों के नाम सामने आए थे।

    दोनों समुदाय की हुई बैठक में की गई अमन चैन की अपील

    नगीना खंड के नाईनगला गांव में हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदाय के बीच एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें अमन चैन और शांति की अपील की गई। बैठक के दौरान गांव की सरपंच आरिशा तफज्जुल ने कहा कि जिले में हुई हिंसा ने दोनों समुदाय के बीच खटास पहुंचाने का काम किया है।

    ऐसे उपद्रवियों को प्रशासन किसी भी हालत में माफ नहीं करेगा। यहां के सभी लोग अमन-चैन के साथ रहते हैं। यह भाईचारा सदियों पुराना है, इसलिए इसको हम किसी भी हालत में खराब नहीं होने देंगे। समाजसेवी तफज्जुल हुसैन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अमन चैन के साथ हिंदू मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। शादी व सभी कार्यक्रमों में मिलजुल कर काम करते हैं।

    हिंसा के बाद लोगों में भय जरूर बना हुआ है। लेकिन प्रशासन इस भय को जल्द दूर करेगा। गांवों में लगातार प्रशासन की बैठकें हो रही हैं। ताकि एक दूसरे के साथ मिलकर लोग रह सकें। वहीं गांव की पूर्व सरपंच संगीता ने कहा कि हिंसा के बाद बडक़ली चौक वीरान पड़ा हुआ है। यह सिर्फ और सिर्फ भय का करण है। लेकिन लोगों को अपने दिल में से ये भय निकाल देना चाहिए। इस मौके मोहन, सुभाष, गजराज, सुखबीर, मोहम्मद अयूब, कासम, आस मोहम्मद, नसीर, बंसी सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।