साइबर फ्रॉड करने के 5 आरोपितों को नूंह पुलिस ने दबोचा, ऑनलाइन चला रहे थे ठगी का धंधा
नूंह पुलिस ने साइबर फ्रॉड करने के 5 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपित ऑनलाइन ठगी का धंधा चला रहे थे। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर ...और पढ़ें

पुलिस की गिरफ्त में आरोपित।
जागरण संवाददाता, नूंह। जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने एक ही दिन में पांच साइबर क्राइम में आरोपितों को अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया है। ये आरोपित फर्जी पहचान छिपाकर ऑनलाइन ठगी का धंधा चला रहे थे, जिसमें निवेश के नाम पर लालच देना, फर्जी मैसेज भेजना और बार कोड के जरिए पैसे ऐंठना शामिल था।
पुलिस ने रविवार को विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर इनकी गिरफ्तारी की और उनके पास से कई मोबाइल , फर्जी सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, नकदी तथा संदिग्ध डिजिटल सामग्री बरामद की। रविवार को गिरफ्तार किए गए आरोपितों को सोमवार को अदालत में पेश किया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गिरफ्तार आरोपितों में सबसे पहले नफीस उर्फ नफ्फी पुन्हाना के गांव ठेक का निवासी शामिल है। वह फर्जी व्हाट्सएप आइडी और सिम का इस्तेमाल कर साइबर फ्राड करता था। उसके फोन से बड़ी संख्या में बार कोड और आपत्तिजनक स्क्रीनशाट मिले। इसी तरह फिरोजपुर झिरका के गांव महूं निवासी सहरून पर फर्जी टेक्स्ट मैसेज भेजकर लोगों के खातों में पैसे डलवाने का आरोप है। उसके पास से वीवो मोबाइल, दो एटीएम कार्ड और 2580 रुपये नकद बरामद हुए।
पुलिस ने दो और आरोपितों तालीम निवासी बीसरू और हसीन निवासी मथुरा उत्तर प्रदेश के खामनी गांव का रहने वाला को भी पकड़ा, जो मिलकर नटराज पेंसिल कंपनी के नाम पर निवेश का झांसा देकर ठगी करते थे। इनके फोन में फर्जी वॉट्सएप तथा फेसबुक अकाउंट, नटराज पेंसिल की फोटो, बार कोड और पेमेंट स्क्रीनशाट मिले। कई शिकायतें इनके मोबाइल नंबर और आईएमईआई से लिंक हुईं।
पिनंगवा क्षेत्र के गांव बूबलहेडी निवासी साहिद खान पर भी फर्जी बार कोड और टेक्स्ट मैसेज से ठगी करने का आरोप लगा। उसके फोन से राजस्थान और कर्नाटक में दर्ज दो ऑनलाइन शिकायतें जुड़ी मिलीं, जिसमें कुल 5000 रुपये से अधिक की धोखाधड़ी हुई थी। सभी मामलों में भारतीय न्याय संहिता की धारा सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमें दर्ज किए गए हैं ।
आरोपितों से गहन पूछताछ की गई और उन्होंने अपराध कबूल कर लिया । सभी को सोमवार को अदालत में पेश किया , जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जिला जेल नूंह भेज दिया गया है । जांच जारी है, जिसमें सह-आरोपितों की तलाश और तकनीकी साक्ष्यों का संग्रह किया जा रहा है।
नूंह पुलिस ने इस कार्रवाई को साइबर अपराध पर लगाम कसने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है। लोगों से अपील की गई है कि अज्ञात लिंक, मैसेज या निवेश के ऑफर पर सावधानी बरतें और संदेहास्पद मामलों की शिकायत तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर करें । नूंह क्षेत्र में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस की ऐसी मुहिम आगे भी जारी रहेगी ।

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