प्रथम कौशिक के आइएएस बनने पर यदुवंशी स्कूल ने मनाई ़खुशी
जागरण संवददाता, महेंद्रगढ़ : संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा का परिणाम यदुवंशी शिक्षा नि
जागरण संवददाता, महेंद्रगढ़ : संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा का परिणाम यदुवंशी शिक्षा निकेतन के छात्रों के लिए खुशियां लेकर आया। 2010 में 12वीं की परीक्षा पास करने वाले प्रथम कौशिक ने सिविल सेवा की परीक्षा में पांचवां रैंक पाकर सबको हर्षित कर दिया। छोटे से शहर महेन्द्रगढ़ के गांव झगड़ोली निवासी प्रथम ने एक मिसाल कायम की है, वे सभी विद्यार्थियों के लिए प्ररेणा बने रहेंगे।
प्रवेश कौशिक ने यदुवंशी शिक्षा निकेतन में नर्सरी कक्षा में प्रथम ने प्रवेश लिया तथा हर बार टॉपर बच्चों में रहा। उनके अध्यापक कहते हैं वह प्रारंभ से ही आइएएस बनना चाहता था। यही उसका विश्वास और प्रयास उन्हें ऊंचाइयों तक ले गया। प्रथम के माता-पिता नरेन्द्र कौशिक तथा राजबाला यदुवंशी शिक्षा निकेतन, महेन्द्रगढ़ में समय-समय पर बच्चों को मार्गदर्शन करते रहे हैं।
इस अवसर पर यदुवंशी के सभी स्कूलों के बच्चों ने एक-दूसरे को मिठाइयां लिखाकर अपनी खुशी एवं उत्साह का प्रदर्शन किया। संस्था के चेयरमैन राव बहादुर ¨सह ने कहा कि प्रथम कौशिक अन्य बच्चों को प्रेरणा देता रहेगा और इस पर हमें गर्व है। संस्था के वाईस चेयरमैन एडवोकेट कर्ण¨सह यादव, प्राचार्य बाबूलाल यादव तथा समस्त विद्यालय स्टॉफ तथा बच्चों ने प्रथम कौशिक तथा उनके परिवार को बधाईयां दी।
उनके अध्यापक कहते हैं कि प्रथम कौशिक शांत स्वभाव का छात्र रहा है। सभी कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी होती थी। अपने विषय को न केवल पढ़ते थे बल्कि उस पर क्रियेटिव विश्लेषण भी करते थे। हर कार्यक्रम व विषय में प्रथम आने का प्रयास करते, कभी नहीं आये तो फिर वहीं प्रयास रहता। हमेशा पोजिटिव रहते थे।
प्राचार्य बाबूलाल ने बताया कि 3 मई को विद्यालय में सम्मान समारोह आयोजित किया जायेगा। खण्ड शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र ¨सह यादव ने प्रथम कौशिक को बधाई देते हुए कहा कि प्रथम ने अपना लक्ष्य पिता के कदमों पर चलते हुए स्कूल के दिनों से ही निर्धारित कर लिया था तथा उसका फोकस सिर्फ यूपीएससी परीक्षा पर था और यह कर दिखाया जिससे पूरा महेन्द्रगढ़ गौरवान्वित हुआ है।
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