संस्कृत भाषा में भी संवार सकते हैं भविष्य
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) महेंद्रगढ़ में एमए संस्कृत में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी है। इसमें संस्कृत संकाय में प्रवेश लेकर विद्यार्थी अपना भविष्य संवार सकते हैं।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़ : संस्कृत विश्व की सबसे प्राचीन भाषा के साथ ही भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। संस्कृत व्याकरण भी अत्यन्त वैज्ञानिक है। इसे विश्व की प्रथम भाषा भी कहा जाता है। आज संस्कृत भाषा केवल कर्मकांड तक ही सीमित नहीं, बल्कि देश-विदेश में भी इसका दायरा बढ़ा है। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) महेंद्रगढ़ में एमए संस्कृत की 15 सीटें हैं। इनमें दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी है। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 23 मई है।
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ के कुलपति प्रो.आरसी कुहाड़ ने बताया कि शोध में मिला है कि संस्कृत पढ़ने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। संस्कृत का अध्ययन कर विद्यार्थी अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं। आज संस्कृत के विशेषज्ञों की बहुत मांग हैं। संस्कृत भाषा में नेट परीक्षा उत्तीर्ण कर महाविद्यालयों अथवा विश्वविद्यालयों में बतौर शिक्षक करियर बनाया जा सकता है। संस्कृत भाषा का ज्ञान अर्जित कर एक अनुवादक, भाषा विशेषज्ञ तथा शासकीय नौकरियों में भी भविष्य बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हकेंवि में केंद्रीय विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। संबंधित जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
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