फिर गर्माने लगा महेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय बनाने का मुद्दा
जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ में बनाने व जिले के नाम को बचाने का मामला एक बार फिर से गर्मा गया है।

संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़: जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ में बनाने व जिले के नाम को बचाने का मामला एक बार फिर से गर्मा गया है।
गत जून माह में मीडिया एवं स्वयं उपमुख्यमंत्री के सोशल मीडिया पर महेंद्रगढ़ जिले का नाम बदलकर नारनौल किए जाने से संबंधित वायरल वीडियो ने जबरदस्त तूल पकड़ा। इसके बाद स्थानीय यादव धर्मशाला में यादव सभा, महेंद्रगढ़ की अगुवाई में लगातार तीन महापंचायत आयोजित हुई। इसमें वर्तमान विधायक राव दान सिंह तथा पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने संयुक्त रूप से उपस्थित होकर क्षेत्र के लोगों को आश्वस्त किया और कहा कि ऐसा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महापंचायतों के अंतिम दौर में यादव सभा की अगुवाई और सर्वसमाज की उपस्थिति में महेंद्रगढ़ संघर्ष समिति का गठन करते हुए अलग-अलग समाजों के अध्यक्षों को लेकर एक 16 सदस्यीय शिष्टमंडल तथा 251 सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया गया। जिसमें जिले के चारों विधायकों से लेकर महामहिम राज्यपाल तक 13 ज्ञापन देने का फैसला किया गया।
महेंद्रगढ़ संघर्ष समिति के प्रधान डा. प्रेमराज यादव ने कहा कि महेंद्रगढ़ के नाम को बचाने की जो मुहिम उनकी टीम और क्षेत्र के लोगों द्वारा शुरू की गई थी, वह सफल हो गई है। साथ ही उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों से यह अपील भी की कि महेंद्रगढ़ को जब तक संपूर्ण जिले का दर्जा नहीं मिल जाता तब तक, सभी क्षेत्रवासी एकजुट होकर इस लड़ाई को प्रत्येक स्तर पर लड़ते रहें। उनका यह बयान विधानसभा सत्र के दौरान स्थानीय विधायक राव दान सिंह द्वारा महेंद्रगढ़ जिले के नाम परिवर्तन के संदर्भ में सरकार से मांगे गए स्पष्टीकरण के बाद आया। इसके जवाब में जिला पुनर्गठन समिति के चेयरमैन और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट किया है कि महेंद्रगढ़ जिले का नाम बदलकर नारनौल किये जाने का कोई भी मामला सरकार के पास विचाराधीन नहीं है।
डा. प्रेमराज यादव ने कहा कि जिले के चारों वर्तमान विधायकों, पूर्व शिक्षा मंत्री, महेंद्रगढ़-भिवानी सांसद, जिला पुनर्गठन समिति के दोनों सदस्यों तथा कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष सहित नौ ज्ञापन उपरोक्त सभी से व्यक्तिगत भेंट कर सौंपे। जबकि राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत को कोरोना महामारी के कारण समय नहीं मिलने पर ई-मेल के माध्यम से प्रेषित किए और पुरजोर मांग की कि महेंद्रगढ़ जिले का नाम यथावत रखते हुए संपूर्ण जिले की सार्थकता बहाल की जाए और जब तक यह नियमित व्यवस्था हो तब तक सप्ताह में कम से कम 2 दिन जिला स्तरीय अधिकारियों को महेंद्रगढ़ सचिवालय में बैठाया जाए।
परिणामस्वरूप सरकार के आदेशों की अनुपालना में तत्कालीन उपायुक्त आरके सिंह ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को प्रत्येक सोमवार को महेंद्रगढ़ सचिवालय में बैठकर लोगों की समस्याओं के निपटान का आदेश जारी किया।
इस अवसर पर यादव सभा के उपाध्यक्ष महावीर सिंह डीपीई, ब्रह्मदेव आर्य, कोषाध्यक्ष जगदीश प्रसाद, मीडिया प्रभारी कप्तान राजेंद्र सिंह खेड़ा, कार्यकारिणी सदस्य बलवंत सिंह बोहरा, पोहप सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता धर्मवीर यादव, हरियाणा युवा यादव महासभा के जिला कार्यकारी अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता अनिल भगडाना, सरोज चौधरी, डा. शोभा यादव ने महेंद्रगढ़ संघर्ष समिति की आवाज को विधानसभा में बुलंद करने के लिए स्थानीय विधायक राव दान सिंह का आभार व्यक्त करने के साथ-साथ पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, जिले के सभी विधायकों, सांसद, जिला कष्टनिवारण समिति के अध्यक्ष, जिला पुनर्गठन समिति के सदस्यों, केंद्रीयमंत्री राव इंद्रजीत, उपमुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल सभी का क्षेत्र के लोगों की व्यवहारिक मांग पर सकारात्मक रवैया अपनाने पर धन्यवाद किया। इसके साथ ही सरकार, जनप्रतिनिधियों तथा प्रशासन से जिला मुख्यालय बहाली पर तुरंत अमल करते हुए नियमित तौर पर जिला स्तरीय अधिकारियों को महेंद्रगढ़ सचिवालय में बैठाने की मांग भी की।

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