महेंद्रगढ़ में बना प्रदेश का सबसे बड़ा हुक्का
जागरण संवाददाता, महेंद्रगढ़: रविवार को शहर की आदर्श कॉलोनी निवासी कुलवंत ¨सह द्वारा ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, महेंद्रगढ़:
रविवार को शहर की आदर्श कॉलोनी निवासी कुलवंत ¨सह द्वारा प्रदेश का सबसे बड़ा हुक्के का प्रदर्शन किया गया। कुलवंत ¨सह ने इस हुक्के का नाम भी भाईचारा बताया है। इस हुक्के की ऊंचाई साढ़े पांच फिट है जिसका खाली वजन 70 से 75 किलोग्राम है। इसकी चिलम पंजाब से मंगवाई है जिसमें एक बार में एक किलोग्राम तंबाकू भरी जा सकती है तथा 40 लीटर पानी आ सकता है। एक बार हुक्का भरने के बाद लगभग 100 आदमी इसका सेवन कर सकते हैं। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ हुक्का पीने का चलन शहरों में भी हो गया है। हरियाणा की संस्कृति में हुक्के को सामाजिक भाईचारे का प्रतीक माना गया है। गांवों में बड़े बुजुर्ग व्यक्ति कुछ लोगों के साथ बैठकर समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपने विचार रखते है। कुछ लोग आज भी हरियाणवी संस्कृति की पहचान बनाए रखने तथा भाईचारे को कायम रखने के लिए लगातार प्रयास में जुटे हुए हैं। रविवार को यह हुक्का लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ था जिसे देखने के लिए काफी लोग पहुंचे। कुलवंत ¨सह ने बताया कि हुक्का हरियाणा के बुजुर्गो की पहचान है। हुक्के को जब लोग एक साथ बैठकर पीते हैं तो उससे आपसी भाईचारा बढ़ता है। हरियाणवी संस्कृति की पहचान बनाए रखने तथा भाईचारा कायम रखने के लिए इस हुक्के का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि इस हुक्के को बनाने में छह माह का समय लगा है। लगभग 7 लाख रुपये की लागत से इस हुक्के का निर्माण किया गया है। जिला भिवानी के गांव रासीवास से हुक्के की खराद की गई है। पंजाब से इसकी चिलम मंगवाई गई है। उन्होंने बताया कि हुक्के में 40 लीटर पानी भरा जाता है। पानी भरने के बाद हुक्के में एक ¨क्वटल वजन हो जाता है। इससे छोटा पीतल का हुक्का कुरुक्षेत्र में हैं। जिसकी ऊंचाई इस हुक्के से कम है। उन्होंने दावा किया है कि यह हुक्का देशभर का सबसे बड़ा हुक्का है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।